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देवेन्द्र फडणवीस कैबिनेट का विस्तार आज , किन चेहरों को मिलेगी जगह और किनका कटेगा नाम, यहां जानिए सबकुछ

देवेन्द्र फडणवीस कैबिनेट का विस्तार आज , किन चेहरों को मिलेगी जगह और किनका कटेगा नाम, यहां जानिए सबकुछ

महाराष्ट्र (Maharashtra) में हुए विधानसभा चुनाव में महायुति को शानदार जीत मिली। हालांकि मुख्यमंत्री पद के चयन को लेकर काफी प्रतीक्षा करनी पड़ी। सरकार गठन के बाद अब मंत्रिमंडल के विस्तार पर सबकी नजर है। आज देवेंद्र फडणवीस कैबिनेट का विस्तार होने वाला है। आज शाम चार बजे नागपुर के राजभवन में विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले देर रात देश की राजधानी दिल्ली में बीजेपी के टॉप लीडर्स की बैठक हुई। महाराष्ट्र में मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 43 सदस्यों के होने की संबावना है। सूत्रों के अनुसार बीजेपी को 20-21 मंत्री पद मिल सकते हैं, जबकि शिवसेना को 11-12 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 9-10 मंत्री पद मिलने की संभावना है।

 

9 पुराने मंत्रियों की वापसी पर संशय
सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल में नए चेहरों को जगह देने के लिए ऐसे 9 मंत्रियों की छु्ट्टी हो सकती है जिनके कार्य पिछले कार्यकाल में अच्छे नहीं रहे थे। चर्चा है कि बीजेपी के 3, शिवसेना के 4 और एनसीपी के 2 ऐसे मंत्रियों को इस सरकार में जगह मिलने की संभावना नहीं है। इनमें से अधिकांश कैबिनेट सदस्य, जिन्हें सूचित किया गया है कि उन्हें मंत्रालय में शामिल नहीं किया जा सकता है, सीएम और उनके प्रतिनिधियों के साथ जमकर पैरवी कर रहे हैं। इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि फड़णवीस, पवार और शिंदे ने उनसे मुलाकात की या नहीं।

 

बीजेपी के खाते में इन विभागों के आने की संभावना
बीजेपी अपने पास गृह, आवास, राजस्व, सामान्य प्रशासन विभाग, कानून और न्यायपालिका, ग्रामीण विकास, बिजली, जल, आदिवासी कल्याण, ओबीसी और तकनीकि शिक्षा विभाग आदि रख सकती है। वहीं शिवसेना के हिस्से में शहरी विकास, स्कूल शिक्षा, स्वास्थ्य, और लोक निर्माण आदि आ सकते हैं। वहीं एनसीपी के पास वित्त, कृषि और महिला एवं बाल कल्याण विभाग आ सकता है।

 

क्या सभी घटक दलों में बन गयी सहमति?
मंत्रिमंडल को लेकर कई तरह की अटकलें चल रही थी। पहले यह कहा गया था कि अजित पवार के नेतृत्‍व वाली एनसीपी भी बराबरी की हिस्‍सेदारी चाहती है। भले ही उसने कम सीटों पर जीत दर्ज की हो, लेकिन पार्टी ने अपने दावे को साबित करने के लिए बेहतर 'स्ट्राइक रेट' यानी लड़ी गई और जीती गई सीटों के प्रतिशत की ओर इशारा किया था। विशेष रूप से NCP चाहती थी कि पिछली सरकार में जो वित्त विभाग उनके पास था, उसे वापस किया जाए। हालांकि संभवत: घटक दलों के बीच अब सहमति बन गयी है।
हालांकि, यह मामला BJP के लिए परेशान करने वाला बन गया है, क्‍योंकि शिवसेना भी वित्त चाहती है। यह शिंदे की ऐसी इच्‍छा है, जिसका पूरा होना बेहद मुश्किल नजर आता है क्‍योंकि वित्त, योजना और सिंचाई विभाग एनसीपी के पास जा सकता है।

 

बीजेपी से इन चेहरों को मिल सकती है जगह
गिरीश महाजन, जयकुमार रावल ,पंकजा मुंडे, अतुल सावेमंगल, प्रभात लोढा, आशिष शेलार, नितेश राणे, शिवेंद्रसिंहराजे भोसले, गोपीचंद पडळकर, माधुरी मिसाल, राधाकृष्ण विखे पाटील, चंद्रशेखर बावनकुले, संजय कुटे, अतुल भातखळकर, रविंद्र चव्हाण

 

शिवसेना की तरफ से ये हैं दावेदार
उदय सामंत, शंभुराजे देसाई, गुलाबराव पाटील, दादा भुसे, संजय राठोड, संजय शिरसाट, भरतशेठ गोगावले, प्रकाश अबिटकर, योगेश कदम, आशिष जैस्वाल, प्रताप सरनाईक

 

एनसीपी के ये विधायक बन सकते हैं मंत्री
छगन भुजबल, आदिती तटकरे, अनिल पाटील, संजय बनसोडे, अजित पवार, मकरंद पाटील, नरहरी झिरवाल, धनंजय मुंडे

 

30-32 विधायक ले सकते हैं शपथ
सूत्रों के मुताबिक कुल 30-32 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। राज्य विधानमंडल का एक सप्ताह तक चलने वाला शीतकालीन सत्र नागपुर में 16 दिसंबर से शुरू होगा। इससे पहले मुंबई में पांच दिसंबर को एक भव्य समारोह में बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद जबकि शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। बीस नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में ‘महायुति’ गठबंधन ने राज्य की 288 सीट में से 230 सीट जीतकर सत्ता हासिल की थी। ‘महायुति’ में शामिल भाजपा 132 सीट के साथ सबसे आगे रही। शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना को 57 और पवार की राकांपा को 41 सीट पर जीत मिली थी।

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