
क्या कम उम्र में बच्चों के बैंक अकाउंट खुलवाना सही है
-
Geetika
- March 12, 2025
बदलते वक़्त के साथ आज कम उम्र में बच्चों के बैंक अकाउंट खुलवाना फायदेमंद साबित हो रहा है,इससे बच्चों में बचत की आदत एक बेहतर विकल्प साबित हो रहा है | पर यहाँ इस बात की और ध्यान देना भी अनिवार्य है की अभिभावक भी बच्चों के साथ संयुक्त रूप से खाता खुलवाएं साथ ही साथ बच्चों को नाम जोड़कर उन्हें वित्तीय शिक्षा भी दें इससे बच्चों में आर्थिक रूप से सक्षम होंगे ही साथ ही बच्चों में पैसों को जोड़ने और व्यय करने की समझ भी विकसित होगी|
बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए यहाँ कुछ जानकारियाँ दी जा रही हैं |
जिन बच्चों की आयु 10 साल से कम हैं, उनके माता-पिता या माता पिता के ना होने पर उनके करीबी रिश्तेदार घर के कोई सदस्य भी बच्चों के बैंक खाते का संचालन कर सकते हैं|.पर यहाँ ये प्रावधान है अगर बच्चा नाबालिग है तो भी वो अपने खाते का संचालन खुद कर सकता है. नाबलिग बच्चों के खाते विशेष खाते होते हैं जैसे पहला कदम,उड़ान इसके लिए कुछ जरुरी दस्तावेजों की आवश्यकता होती है. जैसे- जन्मप्रमाण पत्र और अभिभावकों की केवाईसी प्रमाण की आवश्यकता रहती है |
बैंको में दी जाने वाली सुविधाएं :
कुछ बैंको में बच्चों को इंटरनेट की सुविधाएँ भी दी जाती हैं| जैसे कि कम बैलेंस पर कम शुल्क या इंटरनेट बैंकिंग इस तरह की सुविधाएं भी दी जाती हैं |बैंक में बच्चों के बचत खाते भी होते हैं | ये एक तरह का ब्रोकरेज अकाउंट है माता पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए कस्टेडियल अकाउंट खोल सकतें है और जब बच्चा एक निश्चित आयु में पहुंच जाता है| बालिग़ हो जाता है तब इस अकाउंट की कस्टडी बच्चे के पास जाती है |अगर बच्चा विदेश में जाकर पढ़ना चाहता है तो इसके लिए शिक्षा ऋण भी दिया जाता है| वैश्विक छात्रों के लिए विदेशी मुद्रा और अंतराष्ट्रीय धन हस्तांतरण की सहायता दी जाती है.
संयुक्त खाता
बच्चों के खाते को अभिभावक संयुक्त रूप से खुलवा सकते हैं| जिससे की अभिभावक जब चाहें उनके लें दें पर नज़र रख सकते हैं | इस बात का ख़ास ख्याल रखना चाहिए की नाबालिग खाते के साथ खर्च करने की सीमा भी जुड़ी होनी चाहिए | हालंकि ये सब बैंक पर ही निर्भर करता है की आपको बैंक की तरफ से दी गयी राशि 1000 या 2000 रूपये ही हो सकती है | बच्चे बैंक से एक वित्त वर्ष में माता- पिता की सहमति से 2 लाख रुपये निकाल सकते हैं | कुछ बैंक फोटो के साथ डेबिट कार्ड भी जारी करते हैं| जबकि कुछ बैंक के कार्ड पर माता- पिता का नाम भी होता है | माता- पिता सुनिश्चित करें की खाते से जब भी बैंक से पैसे निकाले जाए माता पिता को इसकी जानकारी सबसे पहले प्राप्त हो अभिभावकों के मोबाइल नंबर पर बैंक की तरफ से ओ टी पी वन टाइम पासवर्ड जाए ,साथ ही बच्चों के एटीएम का पिन और एटीएम भी अभिभावकों की निगरानी में रहना चाहिए | अगर बच्चों को पैसे की जरूरत है तो अभिभावक ए टी एम् साथ जाएँ जिसे की बच्चे सुरक्षित रूप से पैसे निकाल सकें|
ऐसी ही और रोचक जानकारियों के लिए The India Moves पर विजिट करें...
Comment / Reply From
You May Also Like
महत्वपूर्ण खबर
Categories
- देश (1992)
- अपराध (145)
- मनोरंजन (326)
- शहर और राज्य (338)
- दुनिया (807)
- खेल (367)
- धर्म - कर्म (609)
- व्यवसाय (173)
- राजनीति (558)
- हेल्थ (183)
- महिला जगत (52)
- राजस्थान (473)
- हरियाणा (58)
- मध्य प्रदेश (55)
- उत्तर प्रदेश (219)
- दिल्ली (250)
- महाराष्ट्र (163)
- बिहार (165)
- टेक्नोलॉजी (182)
- न्यूज़ (82)
- मौसम (101)
- शिक्षा (111)
- नुस्खे (80)
- राशिफल (361)
- वीडियो (1052)
- पंजाब (33)
- ट्रैवल (18)
- अन्य (29)
- जम्मू कश्मीर (79)
- उत्तराखंड (8)
- तेलंगाना (1)
- छत्तीसगढ (3)
- गुजरात (4)
- हिमाचल प्रदेश (1)
- पश्चिम बंगाल (3)
- असम (0)
- केरल (1)
- झारखंड (2)
- ओडिशा (0)
- त्योहार (15)
Vote / Poll
क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..