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योग और ध्यान: मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य के लाभ

योग और ध्यान: मानसिक-शारीरिक स्वास्थ्य के लाभ

International Yoga Day 2025: योग और ध्यान: तनावमुक्ति से बेहतर नींद तक—आपके सम्पूर्ण स्वास्थ्य का साथी

 

आज के तनावपूर्ण युग में मानसिक और शारीरिक सेहत को संतुलित रखना चुनौतीपूर्ण है। योग और मेडिटेशन (ध्यान) इस मुहीम में शक्तिशाली उपकरण साबित हुए हैं। ये न केवल तनाव को कम करते हैं, बल्कि एकाग्रता, स्मृति, नींद और इम्यूनिटी में भी सुधार लाते हैं।

 

मानसिक स्वास्थ्य लाभ

 

  • तनाव और चिंता घटाता है - योग और मेडिटेशन कोर्टिसोल और अन्य तनाव हार्मोन को नियंत्रित कर शरीर को शांत बनाते हैं। मेडिटेशन तनाव से पलायन नहीं, बल्कि सामना करने की क्षमता देता है.
  • एकाग्रता, स्मृति और संज्ञान में सुधार - नियमित योगाभ्यास ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन स्‍मृति और एकाग्रता को बेहतर बनाता है। MRI अध्ययन बताते हैं कि इससे मस्तिष्क के ग्रे मैटर में वृद्धि और उम्र‑जनित गिरावट में कमी आती है ।
  • भावनात्मक संतुलन & सकारात्मक सोच - गाम्मा-एमिनोब्यूटिरिक एसिड (GABA) के स्तर में वृद्धि से योग मन को शांत रखता है। यह अवसाद और चिंता को भी घटाता है ।
  • डिप्रेशन, PTSD आदि में सहायक - योग PTSD, OCD और डिप्रेशन में एक सहायक चिकित्सा की तरह उपयोगी है, खासकर जब इसे पारंपरिक उपचारों के साथ जोड़ा जाए.
  • बेहतर नींद - धीरी माँसपेशियों और ध्यान से नींद जल्दी आती है और नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है।


शारीरिक स्वास्थ्य लाभ

 

  • इम्यून सिस्टम मजबूत होता है - योगा और मेडिटेशन शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं और सूजन घटाते हैं।
  • हृदय-स्वास्थ्य में सुधार - नियमित अभ्यास से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है, कोलेस्ट्रॉल घटता है और कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम स्वस्थ रहता है.
  • फ्लेक्सिबिलिटी, स्ट्रेंथ, बैलेंस - योग नियमित करूणा से मांसपेशियों की लचीलापन, संतुलन और ताकत में सुधार लाता है, जिससे चोटें कम होती हैं ।
  • दर्द में राहत और शरीर-चेतना - विशेषकर पीठ दर्द और गठिया में योग प्रभावी है। मस्तिष्क और शरीर के बीच बेहतर संवाद से दर्द सहनशीलता बढ़ती है.


ध्यान (Meditation) के लाभ

 

  • तनाव हार्मोन घटता है, कोर्टिसोल नियंत्रित रहता है ।
  • हार्ट रेट वेरिएबिलिटी सुधरता है, जिससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है ।
  • इम्यूनिटी और उम्र बढ़ने में सकारात्मक प्रभाव पाया गया है
  • भावनात्मक और संज्ञानात्मक वृद्धि, आत्म‑साक्षात्कार, करुणा और मानसिक लचीलापन बढ़ता है ।

     

योग और ध्यान को दिनचर्या कैसे बनाएं

 

  • आरामदायक जगह चुनें — कम शोर और व्यवधान।
  • समय तय करें — शुरुआत 5–10 मिनट से करें, धीरे‑धीरे 20–30 मिनट करें।
  • शरीर व श्वास पर ध्यान दें — आसन में बैठें, सांसों को महसूस करें, मन में चल रहे विचारों को देखें और जाने दें और मन को शांत रखें।
  • ध्यान तकनीक बारी-बारी अपनाएं — माइंडफुलनेस, मेट्टा या ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन।
  • नियमित रहें — रोज़ अभ्यास करने से दीर्घकालिक लाभ होते हैं।

 

133 अध्ययन (2.58 लाख सहभागियों) से पता चला कि योग और मेडिटेशन स्मृति, निर्णय क्षमता और सामान्य संज्ञान में सुधार करते हैं. हार्वर्ड, नियरकैरे और BBC जैसे प्रतिष्ठित संगठनों ने योगा को “ब्रेन वेटलिफ्टिंग” कहा है—मष्तिष्क की शक्ति और संरचना सुधारने वाला । योग और ध्यान न केवल आपके शरीर को बल्कि मन को भी गतिमान, सशक्त और शांत बनाते हैं। इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं और अच्छे स्वास्थ्य के नए आयाम छुएं!

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

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