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बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’: स्टालिन, हेमंत, अखिलेश और प्रियंका गांधी भी होंगे शामिल

बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’: स्टालिन, हेमंत, अखिलेश और प्रियंका गांधी भी होंगे शामिल

पटना, बिहार: कांग्रेस का दावा है कि ‘वोट चोरी’ के खिलाफ शुरू हुई बिहार वोटर अधिकार यात्रा 2025 अब एक ‘‘ऐतिहासिक आंदोलन’’ का रूप ले चुकी है। पार्टी ने शुक्रवार को घोषणा की कि आने वाले दिनों में इस यात्रा में कई बड़े राष्ट्रीय नेता और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल होंगे।

 

कांग्रेस का दावा – यात्रा बन गई है ऐतिहासिक आंदोलन

कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने कहा कि बिहार वोटर अधिकार यात्रा 2025 केवल एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि लोगों के अधिकारों की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि यह यात्रा पूरे भारत में चर्चा का विषय बनी हुई है और अब विपक्षी दलों के प्रमुख नेता इसमें शामिल होकर इसे और मजबूत करेंगे।

 

प्रियंका गांधी और स्टालिन की तय तारीखें

वेणुगोपाल ने जानकारी दी कि प्रियंका गांधी 26-27 अगस्त को इस यात्रा में भाग लेंगी। वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन वोटर अधिकार यात्रा में 27 अगस्त को शामिल होंगे। उनके आने से दक्षिण भारत की राजनीति और उत्तर भारत की इस ऐतिहासिक पहल के बीच एकजुटता का संदेश जाएगा।

 

हेमंत सोरेन और अखिलेश यादव की मौजूदगी

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन वोटर अधिकार यात्रा में जल्द शामिल होंगे। कांग्रेस ने कहा कि उनका आगमन बिहार के आदिवासी और ग्रामीण इलाकों में इस आंदोलन को और मजबूती देगा।वहीं, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव वोटर अधिकार यात्रा में 30 अगस्त को हिस्सा लेंगे। कांग्रेस के अनुसार, अखिलेश की उपस्थिति से उत्तर भारत के युवा और किसान वर्ग को जोड़ने में मदद मिलेगी।

 

अन्य बड़े नेताओं की भागीदारी

कांग्रेस ने यह भी घोषणा की कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया 29 अगस्त को यात्रा का हिस्सा होंगे। इसके अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी आने वाले दिनों में शामिल होंगे। पार्टी का कहना है कि स्टालिन वोटर अधिकार यात्रा, हेमंत सोरेन वोटर अधिकार यात्रा और अखिलेश यादव वोटर अधिकार यात्रा जैसे नेताओं की मौजूदगी से इस अभियान को राष्ट्रीय स्वरूप मिलेगा।

 

कांग्रेस का संदेश

कांग्रेस ने साफ किया कि बिहार वोटर अधिकार यात्रा 2025 का मकसद सिर्फ चुनावी राजनीति नहीं, बल्कि जनता के वोट की सुरक्षा और लोकतंत्र की मजबूती है। पार्टी का कहना है कि यह आंदोलन अब सीमाओं से परे जाकर पूरे देश में लोगों को आकर्षित कर रहा है।

 

जैसे-जैसे स्टालिन वोटर अधिकार यात्रा, हेमंत सोरेन वोटर अधिकार यात्रा और अखिलेश यादव वोटर अधिकार यात्रा जैसे बड़े नाम इस यात्रा से जुड़ते जा रहे हैं, वैसे-वैसे कांग्रेस और INDIA गठबंधन इस अभियान को और व्यापक बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आने वाले दिनों में यह साफ हो जाएगा कि यह यात्रा न केवल बिहार बल्कि पूरे भारत की राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकती है।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें: The India Moves

 

 Frequently Asked Questions

 

Q1. बिहार में वोटर अधिकार यात्रा कब और कहाँ से शुरू हुई?
Ans. यह यात्रा अगस्त 2025 में राहुल गांधी की अगुवाई में बिहार से शुरू हुई।

 

Q2. वोटर अधिकार यात्रा का मुख्य उद्देश्य क्या है?
Ans. ‘वोट चोरी’ के खिलाफ आवाज उठाना और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करना।

 

Q3. वोटर अधिकार यात्रा में कौन-कौन से बड़े नेता शामिल होंगे?
Ans. स्टालिन, हेमंत सोरेन, अखिलेश यादव, प्रियंका गांधी, सिद्धरमैया और कई मुख्यमंत्री।

 

Q4. क्या प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव और हेमंत सोरेन इस यात्रा में मौजूद रहेंगे?
Ans. हाँ, ये सभी नेता तय तारीखों पर इस यात्रा में शामिल होंगे।

 

Q5. वोटर अधिकार यात्रा का नेतृत्व कौन कर रहा है?
Ans. इस यात्रा का नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं।

 

Q6. बिहार में वोटर अधिकार यात्रा कितने दिनों तक चलेगी?
Ans. यात्रा कई हफ्तों तक चलेगी और अलग-अलग जिलों को कवर करेगी।

 

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