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  • Monday 31 March 2025 13:58:14
Vastu Tips : बिना नहाए क्यों नहीं जाना चाहिए रसोई में ? आज जान लीजिए इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण

Vastu Tips : बिना नहाए क्यों नहीं जाना चाहिए रसोई में ? आज जान लीजिए इसके पीछे का वैज्ञानिक कारण

Vastu Tips : आपने अक्सर अपने घर के बड़े-बुजुर्गों को यह कहते हुए सुना होगा कि हमारे जमाने में तो घर की बहू-बेटियां मुंह-अंधेरे ही उठ जाया करती थीं और स्नान करने के बाद ही रसोई में जाया करती थीं। यही नहीं, वे आज की पीढ़ी को भी बिना नहाए-धोए रसोई में जाने पर कई बार टोक देते हैं। ये ऐसी बात है जिसका उल्लेख भारतीय धार्मिक शास्त्रों (Indian Religious Scriptures) में भी मिलता है। कहा जाता है कि ऐसी ही कई बातों को अगर आप फॉलो करते हैं, तो इससे आपके घर-परिवार में सुख-समृद्धि आती है। लेकिन घर के बड़े बुजुर्ग आखिर बिना नहाए-धोए किचन में जाने पर (Cooking Without Bath) टोकते क्यों हैं और क्या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक कारण भी है, आज हम इसी बारे में बात करेंगे।

 

बदलती लाइफस्टाइल के चलते नहीं निभा पाते कई परंपराएं

दरअसल पुराने जमाने में क्योंकि आज की तरह बाथरूम नहीं हुआ करते थे, इसलिए घर की महिलाएं अंधेरे में ही नहाने चली जाया करती थीं, ताकि उन्हें नहाते हुए कोई देखे नहीं। लेकिन आज एक तो हर घर में बाथरूम है जहां दिन में कभी भी या रात को भी बिना किसी परेशानी के आप नहा सकते हैं। इसके अलावा समय के साथ-साथ हमारी लाइफस्टाइल (Lifestyle) और में इतनी सारी चीजें बदली हैं कि कई बार हम चाहकर भी पुरानी परंपराओं और रीति-रिवाजों को नहीं निभा पाते। आज क्योंकि लोग देर रात तक मोबाइल या लैपटॉप पर अपना काम करते रहते हैं, ऐसे में वे सुबह भी देर से उठते हैं और फिर जल्दी ऑफिस जाने के लिए या जिन घरों में बच्चे सुबह स्कूल जाते हैं वहां मम्मियां बिना नहाए ही खाना बनाने को मजबूर हो जाती हैं।

 

भोजन पकाना भी एक तरह की पूजा, भोग की शुद्धता बनी रहना जरूरी

हिंदू धर्म (Hindu Dharma) शास्त्रों के हिसाब से देखें तो स्नान को शुद्धिकरण (Purification) के रूप में देखा जाता है। मान्यता है कि स्नान के बाद शरीर शुद्ध हो जाता है और भोजन पकाना (Cooking) भी एक तरह की पूजा है, वहीं इस भोजन का भोग भगवान को भी लगाया जाता है। इसलिए भोग की शुद्धता बनी रहे, इसलिए बिना नहाए किचन में जाने से मना किया जाता है। इसके अलावा रात के समय शादीशुदा कपल कई बार संभोग भी करते हैं, ऐसे में बिना नहाए किचन में प्रवेश को वर्जित माना गया है।

 

खाना पकाने वाले के शरीर से निकलती है सकारात्मक ऊर्जा

इसके अलावा स्नान के बाद रसोई में प्रवेश करने से शारीरिक और आध्यात्मिक स्थिति स्वच्छ होती है, जिससे भोजन पकाने वाले के शरीर से सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) निलकती है। इस स्थिति में पकाया गया भोजन जो ग्रहण करता है उसे भी कई लाभ होते हैं।

 

नींद पूरी तरह न खुलने से कई बार खाना बनाने में हो जाती है गड़बड़

इसी तरह अगर आप बिना नहाए भोजन बनाने चले जाते हैं तो कई बार नींद पूरी तरह न खुलने की वजह से खाना बनाते समय गड़बड़ भी हो जाती है। लेकिन अगर आप नहाकर किचन में खाना बनाने जाते हैं, तो ऐसी गड़बड़ी होने की संभावना काफी कम हो जाती है। इसलिए भी बिना नहाए रसोई में न जाने की बात कही जाती है।

 

बिना नहाए भोजन बनाना कम कर देता है भोजन की शुद्धता

वहीं अगर बड़े-बुजुर्गों के इस तर्क के पीछे छिपे वैज्ञानिक कारण की बात करें, तो विज्ञान भी मानता है कि स्नान के बाद रसोई में जाना स्वच्छता के लिहाज से अच्छा होता है। रातभर सोकर उठने के बाद या कहीं बाहर से आकर तुरंत रसोई में जाने से शरीर में मौजूद बैक्टीरिया या गंदगी खाने की शुद्धता को कम करते हैं। ऐसे में पकाया हुआ भोजन आपको बीमार ही करता है। इसलिए स्नान के बाद ही रसोई में प्रवेश करने की सलाह दी जाती है। यह न सिर्फ आपके लिए, बल्कि परिवार की सेहत के लिए भी अच्छा होता है।

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