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Dhanu Kharmas 2024 : अगले एक महीने तक बंद रहेंगे ये शुभ व मांगलिक कार्य, जानें क्यों बंद रहते हैं शुभ कार्य

Dhanu Kharmas 2024 : अगले एक महीने तक बंद रहेंगे ये शुभ व मांगलिक कार्य, जानें क्यों बंद रहते हैं शुभ कार्य

Kharmas 2024 : धनु खरमास के दौरान विवाह और विवाह से जुड़े सभी मंगल कार्यों को स्थगित कर दिया जाता है। इस समय नए मकान का निर्माण या किसी भी संपत्ति से संबंधित कार्यों को करने से भी परहेज करना चाहिए। इसके अलावा, नए व्यवसाय की शुरुआत या नए कारोबार में हाथ डालना भी इस अवधि में उचित नहीं माना जाता। यह समय शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं होता, इसलिए इन कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है।


कब होगी खरमास की शुरूआत
15 दिसंबर को आज रात 10 बजकर 19 मिनट पर सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे, जिससे धनु खरमास की शुरुआत हो जाएगी। इस समय से लेकर लगभग एक महीने तक शुभ कार्यों को टाल दिया जाता है, क्योंकि ज्योतिषीय दृष्टि से यह समय शुभ कार्यों के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता। सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने के बाद ही, यानी 15 जनवरी को, शुभ कार्यों की शुरुआत संभव हो पाती है। इस अवधि में कोई भी मांगलिक कार्य वर्जित होता है।


कौन-कौन से कार्य होंगे वर्जित?
धनु खरमास के दौरान विवाह या विवाह संबंधित किसी भी मंगल कार्य को टाल देना चाहिए। इस अवधि में नए घर का निर्माण और संपत्ति से जुड़े किसी भी कार्य को करना मना होता है। नए व्यवसाय की शुरुआत और नया कारोबार भी इस समय न करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, द्विरागमन, कर्णवेध और मुंडन जैसे अन्य मंगल कार्य भी खरमास में वर्जित माने जाते हैं। इस समय को शुभ कार्यों के लिए अनुकूल नहीं माना जाता।


अलग-अलग राशियों पर असर
इस राशि परिवर्तन का असर अगले एक महीने तक राशियों पर बने रहेगा। कुछ राशियों पर इसका असर नकारात्मक होगा, जबकि कुछ के लिए यह मध्यम परिणाम देने वाला रहेगा। विशेष रूप से मेष, मिथुन, सिंह, वृश्चिक और धनु राशि वालों के लिए यह परिवर्तन मध्यम रहेगा। वहीं, वृष, कन्या और मकर राशियों के लिए यह अशुभ साबित हो सकता है। दूसरी ओर, कर्क, तुला, कुंभ और मीन राशियों के लिए यह समय अत्यधिक शुभ रहेगा, जो सकारात्मक बदलाव और समृद्धि ला सकता है।


धनु खरमास में नुकसान से बचने के उपाय
धनु खरमास के दौरान नित्य प्रातः सूर्य देव को हल्दी मिश्रित जल अर्पित करना चाहिए। इसके बाद, विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करने से विशेष लाभ होता है। ताम्बे का एक छल्ला पहनने से ऊर्जा में वृद्धि होती है। दिन की शुरुआत गुड़ खाकर करना भी शुभ माना जाता है। इसके अलावा, खरमास की अवधि में सोते समय हमेशा पूर्व दिशा की ओर सिर करके सोना चाहिए, जिससे मानसिक शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।


क्यों बंद रहते हैं शुभ कार्य
बता दें कि ज्योतिष शास्त्र के अनुसार- गुरु ग्रह धनु राशि के स्वामी हैं, और जब गुरु ग्रह अपनी ही राशि में प्रवेश करते हैं, तो इसे शुभ नहीं माना जाता। ऐसा होने पर सूर्य की ऊर्जा कम हो जाती है, जिससे उसका प्रभाव कमजोर पड़ जाता है। इस समय सूर्य का तेज घटने के कारण उस अवधि को मलमास या खरमास कहा जाता है। जब सूर्य कमजोर होता है, तो इस दौरान कोई भी शुभ कार्य, जैसे विवाह, गृह प्रवेश या अन्य मांगलिक आयोजन, नहीं किए जाते।


खरमास में भूलकर भी ना करें ये काम
आपको बता दें कि- खरमास की अवधि में शादी, मुंडन, सगाई, गृह प्रवेश जैसे शुभ और मांगलिक कार्यों को स्थगित किया जाता है। इस दौरान नए घर का निर्माण तो किया जा सकता है, लेकिन किसी भी प्रकार की संपत्ति खरीदने से बचना चाहिए। खरमास के दौरान नया व्यवसाय शुरू करना भी आर्थिक समस्याओं का कारण बन सकता है, इसलिए इस समय कोई भी नया कार्य या व्यवसाय शुरू करने से परहेज करना चाहिए। कर्णभेद, द्विरागमन और मुंडन संस्कार भी इस अवधि में नहीं किए जाते हैं, क्योंकि इस समय किए गए कार्यों से रिश्तों में तनाव या विवाद की संभावना हो सकती है। खरमास में नए धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन भी निषेध माना जाता है, हालांकि रोज़मर्रा के पूजा-पाठ पर कोई रोक नहीं है।

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