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छांगुर बाबा की साजिश: धर्मांतरण को कहा 'मिट्टी पलटना', लड़कियां थीं 'प्रोजेक्ट'

छांगुर बाबा की साजिश: धर्मांतरण को कहा 'मिट्टी पलटना', लड़कियां थीं 'प्रोजेक्ट'

धर्मांतरण रैकेट के मास्टरमाइंड जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा से UP ATS की पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा धर्मांतरण के लिए खास कोडवर्ड का इस्तेमाल करता था, ताकि उसकी साजिशों पर आसानी से पर्दा पड़ा रहे।


पूछताछ के दौरान यूपी एटीएस ने उसके द्वारा इस्तेमाल किए गए कोडवर्ड्स को डिकोड कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, वह लड़कियों को 'प्रोजेक्ट' के नाम से संबोधित करता था। ‘मिट्टी पलटना’ शब्द का इस्तेमाल वह धर्मांतरण के लिए करता था, जबकि ‘काजल करना’ का अर्थ था मानसिक रूप से प्रभावित करना। इतना ही नहीं, ‘दर्शन’ शब्द का इस्तेमाल बाबा से मिलने या मिलवाने के लिए किया जाता था।

 

छांगुर के कोडवर्ड्स में निकाह का वादा करने के बाद धर्मांतरण और धर्म परिवर्तन जीवन शुरू करने की नियम बताई जाती थीं। कुछ युवाओं और लड़कियों को इस्लामी शिक्षण संस्थानों में मुफ्त पढ़ाई और विदेश में नौकरी का प्रलोभन दिया जाता था। नेपाल और खाड़ी देशों के संपर्कों का हवाला भी देकर उन्हें लुभाया जाता था।


अवैध धर्मांतरण और फंडिंग केस में ईडी की जांच तेज हो गई है। छांगुर बाबा के करीबी नवीन रोहरा के सात बैंक खातों की डिटेल ईडी को मिल गई है। हालांकि डेढ़ दर्जन अन्य खातों की जानकारी अभी सामने आने बाकी है। शनिवार को छांगुर, नीतू औऱ नवीन को लेकर पहुंची एटीएस की टीम ने जिले में चर्चाएं और तेज कर दी है।


छांगुर के पास पहले कोई बड़ी विरासत नहीं थे। साइकिल से नगीने और पत्थर बेचा करता था। बाद में सरकारी ज़मीनों पर धीरे-धीरे कब्जा कर मदरसे बनवाएं। उसकी सोची समझी साजिश थी कि सस्ती या मुफ्त ज़मीन पर धार्मिक संस्थान बनाओ, विदेशी चंदा इकट्ठा करो और उस क्षेत्र में मजहबी प्रभाव बढ़ाना, और लड़कियों और युवाओं को लालच देकर धर्म परिवर्तन करना था।

 

बाबा छांगुर गिरफ्तारी में अब तक की जांच में सौ करोड़ से अधिक विदेशी फंडिग की बात सामने आई और 40 से अधिक बैंक खातों की जानकारी मिली है। जाहिर सी बात है कि सारे खाते नीतू, छांगुर और नवीन के नाम पर नहीं है तो यह कहना मुश्किल है कि कितने पैसे की फंडिंग की गई।

 

फ़िलहाल, ईडी ने छांगुर बाबा के गिरफ़्तारी के बाद, बलरामपुर समेत आसपास के जिलों में छांगुर और उनके सहयोगियों के नाम खरीदी गई संपत्तियों का ब्योरा उप निबंधक कार्यालयों से मांगा है। रिपोर्ट मिलते ही जांच में तेजी से कई सवालों के जवाब मिलेंगे।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें: The India Moves

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