Dark Mode
  • day 00 month 0000
कैसा रहेगा कुम्भ (Aquarius) राशि वालों  का साल 2025

कैसा रहेगा कुम्भ (Aquarius) राशि वालों का साल 2025

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुम्भ राशि, राशिचक्र की ग्यारहवीं राशि है। कुंभ राशि वाले लोग आत्मविश्वासी होते हैं, वे काफी बुद्धिमान और दृढ़ निश्चयी भी होते हैं। इस राशि के जातक प्रगतिशील सोच वाले, रचनात्मक, और समाज के लिए कुछ बेहतर करने की चाह रखने वाले होते हैं। ये न केवल कल्पनाशील बल्कि तर्कसंगत दृष्टिकोण के लिए भी जाने जाते हैं। ये सभी चीज़ों को सकारात्मक नज़रिए से देखते हैं और नेगेटिविटी से बहुत दूर रहते हैं। इनका स्वभाव शांत और सरल होता है और ये अपने गोल्स के प्रति उत्साही होते हैं, और सफलता प्राप्त करने के लिए खूब मेहनत भी करते हैं।

 

जन्म तिथि और नाम के शुभ अक्षर:

 

जन्म तिथि: 20 जनवरी से 18 फरवरी के बीच जन्म लेने वालों की राशि कुम्भ होती है।


नाम के शुभ अक्षर: ग, श, स, और म से शुरू होने वाले नामों की राशि कुम्भ होती है।

 

ये भी पढ़े:-कैसा रहेगा मकर(Capricorn) राशि वालों का साल 2025

 

2025 में कुम्भ राशि पर ग्रहों के प्रभाव:

 

1. शनि (SATURN):
शनि आपकी राशि में स्थित रहेंगे, जिससे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है। शनि की साढ़ेसाती के चलते थकान, सुस्ती, और कुछ स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

 

2. गुरु (JUPITER):
14 मई तक गुरु चौथे भाव में रहेंगे, जिससे पारिवारिक जीवन में चुनौतियाँ आ सकती हैं। इसके बाद गुरु के पंचम भाव में गोचर करने से सकारात्मक ऊर्जा और मानसिक सुकून मिलेगा, जिससे स्वास्थ्य में सुधार होगा।

 

3. राहु (RAHU) और केतु (KETU):
इन ग्रहों की स्थिति वर्ष के मध्य में बदल सकती है, जिससे मानसिक तनाव और योग के माध्यम से मानसिक शांति बनाए रखना महत्वपूर्ण होगा।

 

तो आइए जानते हैं, 2025 में कुम्भ राशि वालों की आर्थिक स्थिति, करियर और व्यवसाय, स्वास्थ्य, प्रेम और संबंध का कैसा प्रभाव रहेगा।

1. आर्थिक स्थिति:
गुरु के पंचम भाव में रहने से आय के नए स्रोत विकसित होंगे। व्यापार में लाभ और नौकरीपेशा लोगों के लिए पदोन्नति के योग बन रहे हैं। शनि की साढ़ेसाती के चलते अनावश्यक खर्चों में वृद्धि हो सकती है। वित्तीय योजनाओं में सतर्कता बरतें और बजट का पालन करें। मई के बाद का समय निवेश के लिए अनुकूल है। साझेदारी में निवेश करते समय सावधानी बरतें और विशेषज्ञों की सलाह लें।

2. स्वास्थ्य:
शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से थकान, सुस्ती, और हड्डियों से संबंधित समस्याएँ हो सकती हैं। पाचन तंत्र और दांतों की समस्याओं की संभावना भी बनी रहेगी। नियमित स्वास्थ्य जांच और संतुलित आहार का पालन आवश्यक है। गुरु के पंचम भाव में गोचर करने से मानसिक शांति और सकारात्मकता में वृद्धि होगी। हालांकि, शनि के प्रभाव से कभी-कभी मानसिक तनाव हो सकता है। ध्यान, योग, और पर्याप्त आराम के माध्यम से मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित रखें।

 

3. व्यवसाय और करियर:
गुरु के पंचम भाव में रहने से व्यवसाय में विस्तार और नए अवसर प्राप्त होंगे। हालांकि, शनि की साढ़ेसाती के चलते कुछ चुनौतियाँ भी सामने आ सकती हैं। व्यापारिक निर्णयों में धैर्य और साझेदारी से काम लें। नौकरीपेशा लोगों के लिए पदोन्नति और वेतन वृद्धि के अवसर मिल सकते हैं। हालांकि, कार्यस्थल पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे तनाव हो सकता है। कड़ी मेहनत और समर्पण से सफलता प्राप्त होगी।

 

4. प्रेम और संबंध:
गुरु के पंचम भाव में रहने से प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी। हालांकि, शनि की साढ़ेसाती के चलते कुछ मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं। संवाद और समझदारी से संबंधों को मजबूत करें। दांपत्य जीवन में सामंजस्य बनाए रखने के लिए धैर्य और समझदारी आवश्यक है। गुरु के प्रभाव से संतान सुख के योग बन रहे हैं। हालांकि, शनि के प्रभाव से कुछ तनाव उत्पन्न हो सकता है।

 

शुभ रत्न और रंग (LUCKY GEMSTONE AND COLOR):

शुभ रत्न: नीलम (BLUE SAPPHIRE) इसे पहनने से शनि देव की कृपा मिलती है और काम बनते हैं।

शुभ रंग: नीला और बैंगनी

शुभ दिन: शनिवार और बुधवार

उपाय:

शनिवार को काले तिल और सरसों का तेल दान करें।
भगवान शिव की आराधना करें।

Comment / Reply From

You May Also Like

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
10%
No
90%

Talk to us?