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छोटी उम्र में क्यों बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले? जानें शुरुआती संकेत और बचाव के तरीके

छोटी उम्र में क्यों बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले? जानें शुरुआती संकेत और बचाव के तरीके

आज के समय में छोटी उम्र में हार्ट अटैक की समस्या तेजी से बढ़ रही है। जहां पहले हार्ट अटैक को केवल बुजुर्गों की बीमारी माना जाता था, वहीं अब 25 से 40 साल तक के युवाओं में भी यह समस्या देखने को मिल रही है। सवाल उठता है कि आखिर हार्ट अटैक क्यों होता है और यह कम उम्र के लोगों को कैसे प्रभावित कर रहा है। इसके पीछे मुख्य वजहें हैं – अनहेल्दी लाइफस्टाइल, तनाव, धूम्रपान, शराब और बढ़ता प्रदूषण।

 

युवाओं में क्यों बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के मामले?

 

पिछले कुछ सालों में युवाओं में हार्ट अटैक के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखी गई है। इसका कारण है कि आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग शारीरिक गतिविधि कम कर रहे हैं और स्ट्रेस ज्यादा ले रहे हैं। इसके अलावा जंक फूड, नींद की कमी और स्मोकिंग भी हार्ट की सेहत पर सीधा असर डालते हैं। यही कारण है कि अब छोटी उम्र में हार्ट अटैक के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं।

 

हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण

 

अगर समय रहते हार्ट अटैक के लक्षण पहचान लिए जाएं तो जान बचाई जा सकती है। इसके शुरुआती संकेतों में सीने में दर्द या भारीपन, सांस लेने में दिक्कत, पसीना आना, चक्कर आना, जबड़े या बाएं हाथ में दर्द होना शामिल है। कई बार ये लक्षण मामूली लगते हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। इसलिए हर उम्र के व्यक्ति को यह समझना जरूरी है कि हार्ट अटैक क्यों होता है और इसके लक्षण कैसे दिखाई देते हैं।

 

छोटी उम्र में हार्ट अटैक की वजहें

 

विशेषज्ञों के अनुसार छोटी उम्र में हार्ट अटैक की सबसे बड़ी वजहें हैं, असंतुलित खानपान, ज्यादा कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, और परिवार में हार्ट डिजीज का इतिहास। इसके अलावा लगातार तनाव लेना और नींद पूरी न करना भी दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है। इसलिए अगर यह जानना है कि हार्ट अटैक क्यों होता है, तो सबसे पहले अपनी दिनचर्या और आदतों पर ध्यान देना जरूरी है।

 

हार्ट अटैक से बचाव के तरीके

 

बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। इसलिए हर किसी को यह जानना चाहिए कि हार्ट अटैक से बचाव के तरीके क्या हैं। रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज करना, संतुलित आहार लेना, स्मोकिंग और शराब से दूरी बनाना बेहद जरूरी है। इसके अलावा पर्याप्त नींद लेना और तनाव को कंट्रोल करना भी दिल की सेहत के लिए जरूरी है। अगर परिवार में पहले से हार्ट डिजीज का इतिहास है तो नियमित हेल्थ चेकअप जरूर कराएं, ताकि युवाओं में हार्ट अटैक का खतरा कम हो सके।

 

हार्ट अटैक से जुड़े जरूरी तथ्य

 

  • भारत में हर साल लाखों लोग हार्ट अटैक की वजह से प्रभावित होते हैं और इनमें से बड़ी संख्या में युवा शामिल हैं।
  • WHO की रिपोर्ट के अनुसार, 30% हार्ट अटैक के केस छोटी उम्र में हार्ट अटैक की श्रेणी में आते हैं।
  • विशेषज्ञों का मानना है कि अगर लोग समय रहते हार्ट अटैक के लक्षण पहचान लें और हार्ट अटैक से बचाव के तरीके अपनाएं, तो स्थिति को कंट्रोल किया जा सकता है।

 

कुल मिलाकर, युवाओं में हार्ट अटैक आज एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या बन चुका है। इसके पीछे कई वजहें हैं, लेकिन सबसे बड़ी वजह है बदलती लाइफस्टाइल और तनाव। अगर हम समय रहते अपनी दिनचर्या में सुधार कर लें और हार्ट अटैक से बचाव के तरीके अपनाएं तो इस खतरनाक बीमारी से बचा जा सकता है। यह समझना जरूरी है कि हार्ट अटैक क्यों होता है और इसके शुरुआती लक्षण क्या हैं, ताकि सही समय पर सही कदम उठाकर जिंदगी बचाई जा सके।

 

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