Dark Mode
  • day 00 month 0000
Manipur: मणिपुर में लगातार हिंसा का सिलसिला जारी,  जिरीबाम के BJP और कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़

Manipur: मणिपुर में लगातार हिंसा का सिलसिला जारी, जिरीबाम के BJP और कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़

Manipur :   मणिपुर में हिंसा का सिलसिला लगातार जारी है। बता दें कि रविवार की शाम को प्रदर्शनकारियों ने मयांग इंफाल में भाजपा विधायक कोंगखाम राबिंद्रो के पैतृक आवास पर हमला किया और वहां तोड़फोड़ की। हालांकि विधायक उस समय घर पर मौजूद नहीं थे। उनके पिता ने प्रदर्शनकारियों को शांत करने की कोशिश की और उन्हें आश्वासन दिया कि जो भी संदेश होगा, वह अपने बेटे तक पहुंचा देंगे। प्रदर्शनकारी विधायक से राज्य में विकास को लेकर उनके विचार जानने की कोशिश कर रहे थे। इससे पहले, इसी तरह की भीड़ ने इंफाल में विधायक के एक अन्य घर पर भी हमला किया था और उसमें आग लगा दी थी।


हिंसा का सिलसिला
मणिपुर में हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं। सैन्य बलों के एक अभियान में कुकी-जो समुदाय के 10 उग्रवादियों के मारे जाने के बाद जिरिबाम में मैतेई समुदाय के छह लोगों की लाशें मिलने से पूरे राज्य में जबरदस्त तनाव फैल गया है। खबरें हैं कि आतंकवादियों ने मैतेई समुदाय की तीन महिलाओं और तीन बच्चों का एक कैंप से अपहरण कर उन्हें हत्या कर दी थी। इसके बाद से क्षेत्र में हिंसा का सिलसिला शुरू हो गया और मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के दामाद सहित कई नेताओं और विधायकों के घरों को निशाना बनाया गया।


नेशनल पीपुल्स पार्टी का निर्णय
मणिपुर की 60 सदस्यीय विधानसभा में सात विधायकों वाली नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का निर्णय लिया। एनपीपी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की सरकार राज्य में उत्पन्न संकट को सुलझाने और सामान्य स्थिति बहाल करने में पूरी तरह से विफल रही है। हालांकि, भाजपा सरकार पर इसका कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि भाजपा के पास 32 विधायकों के साथ स्पष्ट बहुमत है। इसके अतिरिक्त, भगवा पार्टी को नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के पांच विधायकों और जेडी(यू) के छह विधायकों का भी समर्थन प्राप्त है।


पुलिस प्रशासन एक्टिव

Manipur: मणिपुर में लगातार हिंसा का सिलसिला जारी,  जिरीबाम के BJP और कांग्रेस दफ्तर में तोड़फोड़

असम राइफल्स, बीएसएफ और राज्य पुलिस बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए कई राउंड आंसू गैस के गोले और रबर की गोलियां दागी, जिसके परिणामस्वरूप 15 से अधिक लोग घायल हो गए। इस बीच, मणिपुर में जारी हिंसा के बीच, एनपीपी ने भाजपा नीत सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। पहाड़ी जिले जिरीबाम में कांग्रेस और भाजपा के कार्यालयों में तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं, और आज सुबह वहां एक अज्ञात शव भी मिला। अधिकारियों ने बताया कि इंफाल घाटी में एक भाजपा विधायक के पैतृक घर पर भी तोड़फोड़ की गई, जबकि जिरीबाम के निर्दलीय विधायक अशब उद्दीन की एक इमारत में भी तोड़फोड़ की गई। वहीं बता दें कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन एक्टिव मोड़ पर है।

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
5%
No
95%

Talk to us?