Dark Mode
  • day 00 month 0000
Banke Bihariji 07 March Darshan : बांके बिहारी जी के आज के दर्शन, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि

Banke Bihariji 07 March Darshan : बांके बिहारी जी के आज के दर्शन, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि

Banke Bihariji 07 March Darshan : बांके बिहारी जी के आज के दर्शन। हिन्दू पंचांग के अनुसार आज फाल्गुन महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि है। आज शुक्रवार और मृगशिरा नक्षत्र है।
वहीं होलाष्टक में पूजा, मंत्र जाप आदि करना शुभ होता है लेकिन इस दौरान मांगलिक कार्य पर रोक लग जाती है। बता दें कि होलाष्टक के 8 दिनों में शुभ कार्य करने पर उसका अशुभ फल प्राप्त होता है। ग्रह उग्र रहते हैं, ऐसे में होलाष्टक के हर दिन तिथि अनुसार ग्रहों के उपाय करें, पहले दिन अष्टमी तिथि पर चंद्रमा उग्र होता है, ऐसे में शिवलिंग पर दूध अर्पित करते हुए चंद्रमा के बीज मंत्र 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः चंद्रमसे नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें। मान्यता है कि- कमजोर चंद्रमा को मजबूती देने के लिए शुक्रवार या सोमवार को 9 कन्याओं को खीर खिलाने से लाभ मिलता है।

 

आज का पंचांग- 07 मार्च 2025
पक्ष- शुक्ल
आज की तिथि- अष्टमी
आज का नक्षत्र- मृगशिरा
सूर्योदय- 06:57 AM
सूर्यास्त - 06:14 PM
वार - शुक्रवार
राहुकाल- दोपहर 2:00 से 3:28

 

ये भी जानें- क्या है अमावस्या और पूर्णिमा का महत्व?

 

निधिवन में प्रकट हुए बांके बिहारी जी
संत हरिदास जी निधिवन में अपनी बांसुरी और स्वर माधुर्य से राधा-कृष्ण की लीलाओं का गान करते थे। कहा जाता है कि एक दिन जब वे भक्ति और प्रेम में डूबकर भजन गा रहे थे, तो राधा-कृष्ण उनकी भक्ति से प्रसन्न होकर स्वयं उनके सामने प्रकट हुए। संत हरिदास जी ने जब भगवान का यह दिव्य रूप देखा, तो उनसे प्रार्थना की कि वे एक रूप में प्रकट होकर हमेशा भक्तों के बीच रहें। उनकी प्रार्थना पर भगवान राधा-कृष्ण ने एक दिव्य मूर्ति का रूप धारण किया। यह मूर्ति बांके बिहारी जी के नाम से प्रसिद्ध हुई।

 

ऐसी ही और रोचक जानकारियों के लिए The India Moves पर विजिट करें...

 

Comment / Reply From

You May Also Like

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
10%
No
90%

Talk to us?