
Earthquake : अमेरिका के नॉर्थ कैलिफोर्निया में 7.0 की तीव्रता वाला भूकंप, कई सेकंड तक हिलते रहे घर और सामान
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Renuka
- December 6, 2024
North California : अमेरिका के उत्तरी कैलिफोर्निया में एक शक्तिशाली भूकंप के बाद अधिकारियों ने सुनामी की चेतावनी जारी की है। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, भूकंप सुबह 10:44 बजे हुआ और इसका केंद्र फेरंडेल था, जो ओरेगन सीमा के पास हम्बोल्ट काउंटी का एक छोटा सा शहर है।
7.0 की तीव्रता का भूकंप
बता दें कि यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसार 7.0 तीव्रता वाले इस भूकंप के बाद कैलिफोर्निया में करीब 5.3 मिलियन लोग सुनामी के खतरे से घिरे हुए हैं। यूएसजीएस ने यह भी अनुमान लगाया कि भूकंप के बाद लगभग 1.3 मिलियन लोग ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं, जहां उन्हें इस भूकंप के झटके महसूस हुए । वहीं सांता क्रूज क्षेत्र में, नेशनल वेदर सर्विस ने एक सुनामी चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है, तेज लहरें और धाराएं तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकती हैं, जिससे आप खतरे में आ सकते हैं।
सुनामी आने का अलर्ट किया था जारी
भूकंप के बाद तुरंत सुनामी की चेतावनी जारी की गई, जिसमें कैलिफोर्निया के मोंटेरे बे से लेकर ओरेगन तक करीब 805 किलोमीटर के समुद्र तट को शामिल किया गया था। उत्तरी कैलिफोर्निया में सुनामी के खतरे से लोग बुरी तरह घबराए हुए थे। चेतावनी में यह कहा गया था कि शक्तिशाली लहरें और तेज धाराएं तटीय इलाकों को प्रभावित कर सकती हैं। जिन इलाकों में सुनामी का खतरा था, वहां रहने वाले लोगों को तट से दूर रहने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की सलाह दी गई थी। अलर्ट रद्द होने तक सभी को सुरक्षित क्षेत्रों की ओर जाने का निर्देश दिया गया था।
कई सेकंड तक हिलते रहे घर और सामान
कैलिफोर्निया में आए 7.0 तीव्रता के भूकंप ने इतनी तीव्रता से झटके दिए कि कुछ सेकंड तक लोगों के घरों में हिलने-डुलने का दृश्य देखा गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि भूकंप के बाद घरों में रखे सामान भी लंबे समय तक हिलते रहे और उनकी मूवमेंट साफ़ तौर पर महसूस की गई। इस भूकंप के झटके कैलिफोर्निया के विभिन्न हिस्सों में महसूस हुए, और इसके प्रभाव से दक्षिणी इलाके, जैसे सैन फ्रांसिस्को, भी अछूते नहीं रहे। लोग इन झटकों को लंबे समय तक महसूस करते रहे, जिससे उनके बीच डर और घबराहट फैल गई।
आखिर क्यों आते है भूकंप
पृथ्वी के अंदर सात टेक्टोनिक प्लेट्स मौजूद हैं, जो लगातार गतिशील रहती हैं। जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, रगड़ती हैं, एक-दूसरे के ऊपर चढ़ती हैं या एक-दूसरे से दूर जाती हैं, तो यह जमीन में कंपन पैदा करता है। इस स्थिति को हम भूकंप कहते हैं। भूकंप की तीव्रता को मापने के लिए रिक्टर स्केल का इस्तेमाल किया जाता है, जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड स्केल कहा जाता है। यह स्केल 1 से लेकर 9 तक के स्तरों पर होता है।
भूकंप की तीव्रता को उसके केंद्र, जिसे एपीसेंटर कहा जाता है, से मापा जाता है। एपीसेंटर से निकलने वाली ऊर्जा का आकलन रिक्टर स्केल पर किया जाता है। इस स्केल पर 1 का मतलब होता है कम तीव्रता की ऊर्जा, जबकि 9 का मतलब है सबसे अधिक तीव्रता, जो एक भयावह और विनाशकारी लहर की तरह होती है। जैसे-जैसे ये लहरें फैलती हैं, उनकी तीव्रता घटती जाती है। यदि रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 7 दर्ज होती है, तो इसके आसपास के 40 किलोमीटर के दायरे में तेज झटके महसूस होते हैं।
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