CNG की कीमतों में बढ़ोत्तरी की आशंका, ₹6-8 प्रति किलोग्राम बढ़ सकते हैं दाम
- Anjali
- November 18, 2024
Rise in CNG prices : देशभर में, खासकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में, CNG के दामों में जल्द ही 6 से 8 रुपये प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी हो सकती है। दरअसल, CNG की कीमतों में संभावित वृद्धि के पीछे एक अहम कारण घरेलू गैस आवंटन में कटौती है, जो मुख्य रूप से महानगर गैस (MGL) और इंद्रप्रस्थ गैस (IGL) जैसी कंपनियों को प्रभावित कर रहा है। इन कंपनियों का मुख्य ऑपरेटिंग क्षेत्र दिल्ली और मुंबई है, और यहां CNG की खपत काफी अधिक है। जब इन कंपनियों को घरेलू गैस का आवंटन कम किया जाता है, तो वे अपनी गैस आपूर्ति की कमी को पूरा करने के लिए अधिक महंगे आयातित गैस (LNG) का सहारा लेने पर मजबूर हो जाती हैं। जब भी कंपनियों का घरेलू गैस आवंटन घटाया जाता है, तो उनकी ऑपरेटिंग कॉस्ट (परिचालन लागत) पर नकारात्मक असर पड़ता है।
क्यों हो रही CNG की कीमत में बढ़ोतरी
इंद्रप्रस्थ गैस और महानगर गैस के मार्जिन पर घरेलू गैस आवंटन में कटौती से नकारात्मक असर पड़ा है। ONGC लिमिटेड द्वारा अक्टूबर 2024 के मध्य में घरेलू गैस आवंटन में कटौती की घोषणा के बाद, Emkay Research ने भी अपनी रिपोर्ट में यह अनुमान व्यक्त किया था कि CNG की खुदरा बिक्री कीमत में 3 से 3.5 रुपये प्रति किलोग्राम तक की बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है।
Emkay Research का अब कहना है कि इंद्रप्रस्थ गैस और महानगर गैस जैसी कंपनियों को मार्जिन को अपने स्तर पर बरकरार रखने के लिए कीमत में कम से कम 4.5-4.8 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की ज़रूरत पड़ेगी। ब्रोकरेज फ़र्म का मानना है कि इंद्रप्रस्थ गैस को अपने पूरे CNG सेगमेंट में 6.3 रुपये प्रति किलोग्राम मूल्य वृद्धि की ज़रूरत पड़ेगी, जबकि महानगर गैस को 6.4 रुपये प्रति किलोग्राम मूल्य वृद्धि की ज़रूरत होगी।
Jefferies ने भी सुझाव दिया है कि घरेलू आवंटन में कटौती की घोषणा से पहले मार्जिन को एक स्तर पर बनाए रखने के लिए इंद्रप्रस्थ गैस, महानगर गैस और गुजरात गैस को अपनी CNG और PNG कीमतों में 10 फ़ीसदी की वृद्धि करनी होगी। Systematix का मानना है कि मार्जिन बनाए रखने के लिए कंपनियों को CNG की कीमतों में 6-8 रुपये प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की ज़रूरत पड़ेगी।
कब होगी CNG कीमत में बढ़ोतरी ?
शहरी गैस कंपनियों के लिए निकट भविष्य में मार्जिन पर दबाव बन सकता है, खासकर अगर CNG की कीमतों में वृद्धि होती है। इस मूल्यवृद्धि का वक्त उनके लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है। IIFL सिक्योरिटीज़ और Jefferies दोनों ही कंपनियाँ यह मानती हैं कि महाराष्ट्र और दिल्ली में विधानसभा चुनाव के चलते CNG के सेगमेंट में जल्द मूल्यवृद्धि की उम्मीद नहीं है। वित्तवर्ष 2025 की दूसरी तिमाही के सम्मेलन में, जो घरेलू गैस आवंटन में कटौती की पहली घोषणा के ठीक बाद हुआ था, इंद्रप्रस्थ गैस प्रबंधन ने कहा था कि कंपनी मूल्यवृद्धि पर गंभीरता से विचार कर रही है, लेकिन त्योहारी सत्र के चलते फिलहाल ऐसा नहीं किया गया। कंपनी ने अपनी अर्निंग कॉनकॉल में कहा था कि त्योहारी सत्र के बाद वृद्धि की संभावना है।
अभी सरकार से चल रही बातचीत
सूत्रों के मुताबिक फिलहाल खुदरा विक्रेताओं ने सीएनजी की दरें नहीं बढ़ाई हैं क्योंकि वे इसके समाधान के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के साथ बातचीत कर रहे हैं। एक विकल्प यह है कि सरकार सीएनजी पर उत्पाद शुल्क में कटौती करे। वर्तमान में, केंद्र सरकार सीएनजी पर 14 प्रतिशत उत्पाद शुल्क वसूलती है, जो 14-15 रुपये प्रति किलोग्राम बैठता है। उन्होंने कहा कि अगर इसमें कटौती की जाती है, तो खुदरा विक्रेताओं को बढ़ी हुई लागत का बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डालना पड़ेगा। सीएनजी की कीमतों में बढ़ोतरी एक राजनीतिक मुद्दा भी है क्योंकि महाराष्ट्र में अगले महीने चुनाव होने हैं और दिल्ली में भी जल्द चुनाव होने हैं। दिल्ली और मुंबई देश के सबसे बड़े सीएनजी बाजारों में से हैं।
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