
Bihar Cabinate Re-Shuffle : बिहार में मंत्रिमंडल फेरबदल आज, जानिए जदयू-भाजपा गठबंधन पर क्या है जानकारों की राय
-
Neha
- February 26, 2025
Bihar Cabinate Re-Shuffle : बिहार में इस साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं। उससे पहले ही यहां सियासत गरमाने लगी है। एक तरफ बयानबाजी का दौर जारी है, दूसरी तरफ पीएम मोदी राज्य का दौरा कर बिहार को कई सौगातें दे चुके हैं। इन हलचलों के बीच आज राज्य के सीएम नीतीश कुमार अपनी कैबिनेट में फेरबदल करने जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक आज शाम 4 बजे नए मंत्रियों का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होगा। इससे पहले राजस्व मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं। सोशल मीडिया पर भी उनका ये इस्तीफा पत्र छाया हुआ है, वहीं उनके इस्तीफे में की गई स्पेलिंग मिस्टेक्स के लिए उन्हें ट्रोल भी किया जा रहा है।

कल ही जेपी नड्डा से मिले थे नीतीश कुमार, आज शाम होने जा रहा मंत्रिमंडल फेरबदल
इन सबसे परे इस बात की चर्चा जोरों पर है कि कार्यकाल के आखिरी दौर में होने जा रहे इस मंत्रिपरिषद फेरबदल में कौन-कौनसे वो चेहरे हैं जिन्हें नीतीश कुमार कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना है। इसे लेकर कयास लगने शुरू हो गए हैं। चर्चाएं हैं कि आज शाम करीब 4 बजे होने वाले इस मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के 4 विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। इसके अलावा जदयू के कोटे से भी 2 मंत्री और बनाए जा सकते हैं। बता दें कल मंगलवार को ही नीतीश कुमार दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करने पहुंचे थे। माना जा रहा है कि इस दौरान नीतीश ने मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नए चेहरों पर विस्तार से नड्डा के साथ चर्चा की और इस बैठक में नामों पर मुहर भी लग चुकी है। ऐसे में जल्द ही इनके नाम सामने आने की संभावना है।
पटना स्थित राजकीय अतिथिगृह में माननीय केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे०पी० नड्डा जी से मुलाकात की। pic.twitter.com/5k6R83EIyN
— Nitish Kumar (@NitishKumar) February 25, 2025
इस्तीफे पर बोले दिलीप जायसवाल- अब पूरे दिल से पार्टी संगठन को मजबूत करने के लिए काम करूंगा
उधर मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल के इस्तीफे की बात करें तो उन्होंने अपने पत्र में स्वेच्छा से इस्तीफा देने की बात कही है। वहीं इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने प्रमुख जिम्मेदारियां देने और भरोसा जताने के लिए अपने पार्टी नेतृत्व का आभार जताया। उन्होंने आगे कहा कि मैं अब पूरे दिल से पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए खुद को समर्पित करूंगा।

निशांत कुमार ने पिता सीएम नीतीश कुमार के लिए मांगे वोट, कहा- उन्हें सीएम फेस घोषित करे NDA
दूसरी तरफ बिहार की सियासत सीएम नीतीश कुमार के बेटे और आगामी विधानसभा चुनाव में उनके उत्तराधिकारी के तौर पर देखे जा रहे निशांत कुमार के बयानों की वजह से भी चर्चाओं में है। दरअसल निशांत ने जहां मंगलवार को मीडिया में दिए एक बयान में बिहार की जनता से एक बार फिर नीतीश कुमार को वोट देने का आह्वान किया। इसके साथ ही निशांत कुमार ने ये भी कह दिया कि एनडीए को आगामी विधानसभा चुनाव के लिए सीएम नीतीश कुमार को अपना मुख्यमंत्री पद का चेहरा भी घोषित कर देना चाहिए। इसे लेकर जानकारों का मानना है कि मौजूदा कार्यकाल में सीएम नीतीश कुमार ने जो बार-बार कभी इधर, कभी उधर वाली राजनीति की है यानि कभी भाजपा के साथ और कभी राजद के साथ गठबंधन कर अपनी सरकार चलाई है, इससे जदयू और भाजपा में भरोसा कम हुआ है। यही वजह है कि नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने नीतीश को सीएम फेस घोषित करने की मांग अभी से उठा दी है।

बिहार में आगे भी बरकरार रहेगा जदयू-भाजपा का गठबंधन
हालांकि चर्चाएं तो यह भी हैं कि बिहार में भाजपा और जदयू का ये गठबंधन आगे भी बरकरार रह सकता है। इसकी सीधी सी वजह ये है कि 2014 और 2019 के कार्यकाल के दौरान भाजपा केंद्र में जहां स्पष्ट बहुमत के साथ एनडीए की सरकार में थी, वहीं इस बार नीतीश कुमार की जदयू और एन. चंद्रबाबू नायडु की टीडीपी यानि तेलुगु देशम पार्टी के सहयोग से केंद्र में एनडीए की सरकार टिकी हुई है। ऐसे में इस बार इन दोनों में से एक भी पार्टी अगर नाराज होती है, तो केंद्र की एनडीए सरकार के गिरने की आशंका है और यह भाजपा बिलकुल भी नहीं चाहेगी। यही वजह है कि इस बार के चुनाव में जदयू भाजपा से गठबंधन के लिए जो भी डिमांड करेंगे, उसे पूरी करना भाजपा की मजबूरी होगी।

जनसुराज पार्टी भी इस बार चुनावी मैदान में, पीके भाजपा के लिए बना चुके हैं रणनीति
उधर चर्चाएं तो यह भी हैं कि इस बार बिहार में एनडीए गठबंधन की राह थोड़ी मुश्किल हो सकती है। दरअसल इस बार एनडीए को सिर्फ कांग्रेस, राजद जैसी पार्टियों से ही चुनौती नहीं मिलने वाली है, बल्कि इस बार प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी भी बिहार के विधानसभा चुनाव में ताल ठोकने की तैयारी में है। भाजपा के लिए परेशानी की बात यह भी है कि प्रशांत किशोर यानि पीके वही चेहरा हैं जो पूर्व में भाजपा के लिए चुनावी रणनीति बनाने का काम कर चुके हैं। ऐसे में प्रशांत किशोर भाजपा के राजनीतिक दांव-पेचों को अच्छी तरह समझते हैं। यही वजह है कि इस बार राजनीतिक दलों के लिए जहां बिहार का चुनाव टेढ़ी खीर साबित हो सकता है, वहीं राजनीति में दिलचस्पी रखने वालों के लिए ये चुनाव कई मायनों में खास और रोचक होने वाला है।

ऐसी ही और रोचक जानकारियों के लिए The India Moves पर विजिट करें...
Comment / Reply From
महत्वपूर्ण खबर
Categories
- देश (750)
- अपराध (72)
- मनोरंजन (240)
- शहर और राज्य (295)
- दुनिया (308)
- खेल (226)
- धर्म - कर्म (366)
- व्यवसाय (123)
- राजनीति (432)
- हेल्थ (133)
- महिला जगत (42)
- राजस्थान (237)
- हरियाणा (48)
- मध्य प्रदेश (30)
- उत्तर प्रदेश (141)
- दिल्ली (168)
- महाराष्ट्र (91)
- बिहार (50)
- टेक्नोलॉजी (136)
- न्यूज़ (68)
- मौसम (61)
- शिक्षा (83)
- नुस्खे (42)
- राशिफल (196)
- वीडियो (616)
- पंजाब (13)
- ट्रैवल (9)
- अन्य (19)
Vote / Poll
क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..