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मौसमी बीमारियों के चलते ओपीडी में बढ़ रहा है मरीजों का आंकड़ा, मौसम परिवर्तन के चलते पनप रही बीमारी, रखें सावधानी

मौसमी बीमारियों के चलते ओपीडी में बढ़ रहा है मरीजों का आंकड़ा, मौसम परिवर्तन के चलते पनप रही बीमारी, रखें सावधानी

 

मौसमी बीमारियों का दौर शुरू हो गया है। ओपीडी में प्रतिदिन सैंकड़ों मरीज डॉक्टर के पास इलाज कराने के लिए पंजीयन करवा रहे हैं। दरअसल मौसम के परिवर्तन होने से वायरल फीवर का खतरा बढ़ रहा है। पिछले एक सप्ताह से अचानक बढ़ी गर्मी ने आमजन के स्वास्थ्य को ज्यादा प्रभावित किया है। दिन में तपन और रात को ठंडक के चलते मौसमी बीमारियों ने असर दिखाना शुरू कर दिया है। बताया जाता है कि हर चौथे घर में वायरल बीमारी से ग्रसित मरीज मिल जाएंगे। अस्पतालों की ओपीडी संख्या 600 पहुंच गई है, जो आम दिनों की तुलना में लगभग दोगुनी है। अस्पताल के मेडिसीन वार्ड में मरीजों को भर्ती करने के लिए अब बेड भी कम पड़ रहे हैं।

 

मौसम परिवर्तन के चलते पनप रही बीमारी
मौसम परिवर्तन के साथ मौसमी बीमारियों का प्रभाव बढ़ जाता है। जैसे-जैसे तापमान बदलता है, बैक्टीरिया और वायरस तेजी से फैलने लगते हैं। बुखार, पेटदर्द, आंख में जलन, हाथ पैर में दर्द, डायरिया, उल्टी सहित अनेक प्रकार की बीमारियां आमजन को अपने चपेट में ले लेती हैं। बीते दिनों बरसात होने के कारण भी लोगों में बीमारी बढ़ी हैं। ऐसे में अस्पताल में मौसमी बीमारियों के मरीज सबसे अधिक पहुंच रहे हैं।

 

बच्चों में बढ़ रहे डेंगू के मामले
जयपुर के कई अस्पतालों में बच्चों में डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. डॉक्टरों के अनुसार, अच्छी बारिश के कारण डेंगू और स्क्रब टाइफस जैसी बीमारियां बच्चों को प्रभावित कर रही हैं. बच्चे न केवल डेंगू बल्कि माइट या पिस्सू से फैलने वाले स्क्रब टाइफस का भी शिकार हो रहे हैं. अगर जे.के. लोन अस्पताल की बात करें तो इस साल में डेंगू के 375 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से सितंबर में ही 348 बच्चों में डेंगू का संक्रमण पाया गया. स्क्रब टाइफस के भी 127 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 97 सितंबर में ही पॉजिटिव पाए गए.

 

बरतें ये सावधानी
बारिश के मौसम में मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है, जो डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों का कारण बनते हैं. इनसे बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें. शरीर को पूरी तरह ढकने वाले कपड़े पहनें. घर के आसपास पानी को जमा न होने दें. खासकर कूलर, गमले और टायर में मच्छर भगाने वाले साधनों का उपयोग करें. बरसात में टाइफॉइड बीमारी होती है. यह एक बैक्टीरियल इन्फेक्शन है, जो दूषित पानी और भोजन के माध्यम से फैलता है. इससे बचने के लिए हमेशा स्वच्छ और उबला हुआ पानी पिएं. बाहर के खाने से बचें, खासकर सड़क किनारे के खुले खाने से बचें. व्यक्तिगत सफाई पर ध्यान दें. खाना खाने से पहले हाथों को अच्छी तरह से धोएं.

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