
विश्व दयालुता दिवस आज, जानें क्यों मनाया जाता है यह दिवस
-
Renuka
- November 13, 2024
World Kindness Day: विश्व दयालुता दिवस (World Kindness Day) की शुरुआत विश्व दयालुता आंदोलन द्वारा एक अवलोकन दिवस के रूप में की गई थी। आज विश्व भर में दयालुता दिवस (World Kindness Day) मनाई जाएगी। इस दिवस का उद्देश्य दयालुता के महत्व को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाना था। हम इसे सामान्य से ज़्यादा साझा करना चाहते हैं क्योंकि अध्ययनों से पता चलता है कि जब दूसरे लोग दयालुता को व्यवहार (kindness in practice) में देखते हैं, तो वे भी दयालुता का कार्य करने की अधिक संभावना रखते हैं।
विश्व दयालुता दिवस
इस संगठन को 2019 में स्विस कानून के तहत एक आधिकारिक गैर-सरकारी संगठन (non-governmental organization) के रूप में पंजीकृत किया गया था। हालांकि इस आंदोलन का इतिहास 1997 में टोक्यो में आयोजित एक सम्मेलन (conference) तक जाता है, जहां पहली बार दयालुता को बढ़ावा देने के लिए एक वैश्विक पहल शुरू करने का विचार आया था। 1997 में टोक्यो में आयोजित एक महत्वपूर्ण सम्मेलन के दौरान, थाईलैंड, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित कई देशों से विभिन्न संघों और संस्थाओं का गठन किया गया।
कब हुई इस दिवस की शुरूआत
दयालुता को दुनिया भर में फैलाने और इसे एक सामाजिक आंदोलन बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ शुरू की गईं। 1998 में यह आंदोलन विश्व दयालुता दिवस (World Kindness Day) के रूप में स्थापित हुआ, और तब से हर साल 13 नवंबर को इसे मनाया जाता है। ताकि हम सभी एक-दूसरे के प्रति दयालु और सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार को बढ़ावा दे सकें। इस आयोजन ने दयालुता के प्रति संयुक्त प्रतिबद्धता और कार्यों को प्रोत्साहित किया, जो आज भी दुनिया भर में फैल रहा है। वहीं आपको बता दें कि इन संस्थाओं की स्थापना (Establishment Of Institutions) की लिखित घोषणा में यह कहा गया था कि वे "एक दयालु और अधिक करुणामय दुनिया बनाने के लिए एक साथ जुड़ने की प्रतिज्ञा" करते हैं। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 1998 में उन्होंने विश्व दयालुता दिवस की शुरुआत की, जो इस उद्देश्य को वैश्विक स्तर पर फैलाने का एक महत्वपूर्ण कदम था।
विश्व दयालुता दिवस का उद्देश्य
सेव द चिल्ड्रेन का मानना है कि बचपन का विकास जीवन भर के लिए एक महत्वपूर्ण निवेश है। इस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सेव द चिल्ड्रेन के बचपन विकास कार्यक्रम यह सुनिश्चित करते हैं। कि छोटे बच्चे न केवल जीवित रहें, बल्कि वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ, भावनात्मक रूप से सुरक्षित, और बौद्धिक रूप से जिज्ञासु हों। इसके अलावा, उनके स्कूल तैयारी कार्यक्रम बच्चों को शिक्षा में सफलता के लिए तैयार करते हैं। वहीं रिपोर्ट्स से माने आया है कि- दयालुता के कार्यों से हमारे मानसिक और भावनात्मक कल्याण में सुधार होता है। दयालुता से आत्म-सम्मान, सहानुभूति और करुणा में वृद्धि होती है, साथ ही दिमाग में भी सकारात्मक बदलाव आता है।
Comment / Reply From
You May Also Like
महत्वपूर्ण खबर
Categories
- देश (750)
- अपराध (72)
- मनोरंजन (240)
- शहर और राज्य (295)
- दुनिया (308)
- खेल (226)
- धर्म - कर्म (366)
- व्यवसाय (123)
- राजनीति (432)
- हेल्थ (133)
- महिला जगत (42)
- राजस्थान (237)
- हरियाणा (48)
- मध्य प्रदेश (30)
- उत्तर प्रदेश (141)
- दिल्ली (168)
- महाराष्ट्र (91)
- बिहार (50)
- टेक्नोलॉजी (136)
- न्यूज़ (68)
- मौसम (61)
- शिक्षा (83)
- नुस्खे (42)
- राशिफल (196)
- वीडियो (616)
- पंजाब (13)
- ट्रैवल (9)
- अन्य (19)
Vote / Poll
क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..