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ट्रंप के टैरिफ अटैक से शेयर बाजार में कोहराम, 10 मिनट में 3 लाख करोड़ स्वाहा

ट्रंप के टैरिफ अटैक से शेयर बाजार में कोहराम, 10 मिनट में 3 लाख करोड़ स्वाहा

ट्रंप ने भारत के निर्यात पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने की घोषणा कल कर दी है। अमेरिका के ट्रैरिफ से भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार सुबह गिरावट देखने को मिला। कारोबार की शुरुआत से ही शेयर बाजार गिरावट में सेंसेक्स लगभग 800 अंकों से अधिक की भारी गिरावट आई। निफ्टी 50 भी 24,650 से निचे फिसल गया।

 

स्टॉक मार्केट क्रैश 2025 में बीएसई सेंसेक्स ने गुरुवार को 80,695.50 के स्तर पर कारोबार की शुरुआत की, जो इसके पिछले बंद स्तर 81,481.86 से करीब 786 अंक नीचे तक आया था। कुछ ही मिनटों में यह गिरावट और सेंसेक्स दिन के निचले स्तर 80,695.15 तक पहुंच गया।

 

शेयर बाजार खुलते ही निवेशकों को बड़ा झटका लगा। शेयर बाजार गिरावट से निवेशकों के करीब ₹3 लाख करोड़ की पूंजी का नुकसान हुआ। बाजार खुलते खुलते ही 10 मिनट के अंदर बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैप ₹452 लाख करोड़ से ₹449 लाख करोड़ तक धड़ाम हुआ।

 

ट्रंप टैरिफ अटैक से शेयर बाजार गिरावट की मार से मिड और स्माल कैप में नुकसान झेलना पड़ा। मिड और स्माल कैप में 2 प्रतिशत के गिरावट से छोटे निवेशकों और मीडियम निवेशकों ज्यादा नुकसान हुआ। जो इस बात का संकेत है कि व्यापक बाजार पर दबाव और भी ज्यादा है।

 

जानकारों के मुताबिक, ट्रंप टैरिफ अटैक से भारत के निर्यात में टेक्सटाइल, फार्मास्युटिकल्स और ऑटो कंपोनेंट्स जैसे सेक्टरों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा। अमेरिका को भारत बड़ी मात्रा में इन सबका निर्यात करता है। ट्रंप टैरिफ अटैक से भारत और अमेरिका के बीच व्यापार पर बुरा असर पड़ सकता है।इस फैसले से निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ।


शेयर बाजार गिरावट का सबसे बड़ा कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 30 जुलाई को भारतीय सामान पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की,जो भारतीय उत्पादों पर 1 अगस्त से शुरू होगा। इसके साथ ही रूस से तेल खरीद के लिए एक जुर्माना भी भारत पर लगाया गया।


ट्रंप टैरिफ अटैक से रुपया भी कमजोर हुआ। डॉलर के मुकाबले रुपया 27 पैसे गिरकर 87.70 प्रति डॉलर पर खुला, जो इसके अब तक के सबसे निचले स्तर 87.95 के करीब है।


पिछले दिनों कॉर्पोरेट सेक्टर जैसे आईटी सेक्टर में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने वैश्विक स्तर पर 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की, जिसके बाद TCS समेत इंफोसिस, विप्रो जैसी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई।


विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रंप की टैरिफ नीति से बाजार में अस्थिरता बनी रह सकती है और जब तक भारत या अमेरिका की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता, निवेशकों को सतर्क रहना होगा।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें - The India Moves

 

Frequently Asked Questions:

 

Q1. ट्रंप के टैरिफ अटैक का शेयर बाजार पर क्या असर हुआ?
Ans. शेयर बाजार गिरावट में सेंसेक्स लगभग 800 अंकों से अधिक की भारी गिरावट आई।


Q2 . निफ्टी में कितनी गिरावट आई ?
Ans. कारोबार की शुरुआत से ही शेयर बाजार गिरावट में निफ्टी 50 भी 24,650 से नीचे फिसल गया।

 

Q3 . ट्रंप की टैरिफ नीति क्या है?
Ans. शेयर बाजार गिरावट का सबसे बड़ा कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 30 जुलाई को भारतीय सामान पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की,जो भारतीय उत्पादों पर 1 अगस्त से शुरू होगा। ट्रंप की टैरिफ नीति से भारत को निर्यात में नुकसान उठाना पड़ेगा, खास तौर पर टेक्सटाइल, फार्मास्युटिकल्स और ऑटो कंपोनेंट्स जैसे सेक्टरों में।

 

Q4 . भारत के निवेशकों को इस गिरावट से कितना नुकसान हुआ?
Ans. ट्रंप के टैरिफ अटैक से शेयर बाजार गिरावट से निवेशकों के करीब ₹3 लाख करोड़ की पूंजी का नुकसान हुआ।

 

Q5 . क्या यह गिरावट अस्थायी है या लंबे समय तक रहेगी?
Ans. शेयर बाजार गिरावट अस्थायी है। बाजार में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। अभी भारत की तरफ से टैरिफ को लेकर अमेरिका से बातचीत हो सकती है।

 

 

 

 

 

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