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'ऑपरेशन सिंदूर' की कहानी, दो महिला अधिकारियों की जुबानी

'ऑपरेशन सिंदूर' की कहानी, दो महिला अधिकारियों की जुबानी

 

पहलगाम हमले का बदला बुधवार करीब 1.30 बजे भारत ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों पर 'ऑपरेशन सिंदूर' के सर्जिकल स्ट्राइक कर पूरा किया। आज 10.30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर चर्चा हुई। जिसमें सबसे ज्यादा ध्यान खींचा दो महिला अधिकारियों ने, जिनमें से एक थीं विंग कमांडर व्योमिका सिंह, जो एयरफोर्स से हैं, और लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी, जिन्होंने आर्मी का प्रतिनिधित्व किया।

 

भारत की बेटियां बनीं ऑपरेशन की आवाज़

 

महिला शक्ति भारतीय सेना की ओर से कर्नल सोफिया कुरैशी, महिला अफसर व्योमिका और विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के 9 आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक करने की जानकारी दी। भारत की तरफ से हिंदू-मुस्लिम एकता का सबूत ये दो महिला कर्नल सोफिया कुरैशी और महिला अफसर व्योमिका हैं, जो आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दुनिया को नारी शक्ति का उदाहरण दिया।

 

 विंग कमांडर व्योमिका सिंह: आसमान की महारथी

 

व्योमिका सिंह कोई आम पायलट नहीं हैं। वो एक दिग्गज हेलिकॉप्टर पायलट हैं, जिनके पास 2500 से भी ज्यादा घंटे की उड़ान का अनुभव है। इनका सैन्य ऑपरेशन अनुभव जम्मू-कश्मीर और उत्तर-पूर्व के मुश्किल पहाड़ी इलाकों में कई ऑपरेशनों में शामिल है। हाई-ऑल्टीट्यूड फ्लाइंग यानी ऊंचे पहाड़ी इलाकों में उड़ान भरने में उन्हें महारत हासिल है। व्योमिका ने कई बड़े राहत और बचाव मिशन भी लीड किए हैं। नवंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश में आई आपदा में उन्होंने लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला था। यही नहीं, साल 2021 में उन्होंने 21,650 फीट ऊंची 'माउंट मणिरंग' चोटी फतह की थी। वो तीनों सेनाओं की ऑल-वुमन माउंटेन एक्सपीडिशन का हिस्सा थीं। व्योमिका ने एक इंटरव्यू में पायलट बनने के अपने सपने का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था, "मैं छठी क्लास में थी जब एक दिन स्कूल में नामों के मतलब पर चर्चा हो रही थी। मैंने बताया कि मेरे नाम का मतलब 'व्योम' यानी आसमान होता है।

 

लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी: सेना की सशक्त आवाज़

 

35 वर्षीया कर्नल सोफिया कुरैशी इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर अधिकारी हैं, जो सिग्नल कोर में सेवा देती हैं। कर्नल सोफिया कुरैशी इंडियन आर्मी की पहली महिला अफसर हैं, जो आर्मी के ट्रेनिंग एक्सरसाइज 'एक्सरसाइज फोर्स 18' प्रोग्राम का नेतृत्व कर रही हैं। कर्नल कुरैशी वडोदरा, गुजरात की रहने वाली हैं और बायोकेमिस्ट्री से पोस्ट ग्रैजुएट हैं। 17 साल की उम्र में सोफिया कुरैशी सेना में शॉर्ट सर्विस कमीशन के अंतर्गत 1999 में शामिल हुईं थीं। सोफिया के पति मेकेनाइज्ड इन्फेंट्री में आर्मी ऑफिसर हैं। मार्च 2016 में सोफिया कुरैशी, बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली महिला अधिकारी बनी थीं। ट्रेनिंग एक्सरसाइज 'एक्सरसाइज फोर्स 18' प्रोग्राम अब तक का सबसे बड़ा विदेशी सैन्य अभ्यास है।

  

आज 7 मई 2025 'ऑपरेशन सिंदूर' न केवल भारत की सैन्य शक्ति का प्रतीक बना, बल्कि यह महिला शक्ति और राष्ट्रीय एकता का भी प्रेरणादायक उदाहरण बन गया। विंग कमांडर व्योमिका सिंह और लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी जैसी दो जांबाज महिला अधिकारियों ने न सिर्फ ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई, बल्कि दुनिया को यह संदेश भी दिया कि भारतीय सेना में अब महिलाएं भी निर्णायक मोर्चों पर नेतृत्व कर रही हैं।

 

 ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves

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