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मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री डी.डी. लापांग का निधन, राजनीति से समाजसेवा तक छोड़ी अमिट छाप

मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री डी.डी. लापांग का निधन, राजनीति से समाजसेवा तक छोड़ी अमिट छाप

मेघालय के चार बार मुख्यमंत्री रह चुके डोनवा डेथवेल्सन लापांग का 93 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। शुक्रवार शाम को शिलांग के एक अस्पताल में लापांग का निधन हुआ। लंबे समय से बीमार चल रहे लापांग को उनके परिवार ने प्यार से 'माहेह' कहा करता था। उनके पीछे उनकी पत्नी अमेथिस्ट लिंडा जोन्स ब्लाह और दो बच्चे हैं। मेघालय सरकार ने उनके सम्मान में सोमवार को राजकीय अंतिम संस्कार का ऐलान किया है।

 

डी.डी. लापांग (DD Lapang) का राजनीतिक करियर बेहद शानदार रहा। उन्होंने 1972 में नोंगपोह सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में राजनीति में कदम रखा और बाद में 1992 से 2010 तक चार बार मेघालय के मुख्यमंत्री के तौर पर अपनी सेवाएं दी। डी.डी. लापांग कांग्रेस पार्टी के वफादार नेता रहे, लेकिन 2018 में उन्होंने नेशनल पीपल्स पार्टी (एनपीपी) जॉइन कर ली। हाल के दिनों में वह मेघालय सरकार के मुख्य सलाहकार के रूप में काम कर रहे थे। उन्हें री-भोई जिले के गठन में अहम भूमिका निभाने के लिए भी याद किया जाता है।

 

लापांग का जीवन साधारण था। उनका बचपन बेहद सामान्य था और उन्होंने अपनी मां के साथ चाय की दुकान चलाने में मदद की। मजदूरी, शिक्षक और सरकारी कर्मचारी के रूप में काम करने के बाद डी.डी. लापांग (DD Lapang) ने राजनीति में कदम रखा और अपनी मेहनत, ईमानदारी और लगन से राज्य की राजनीति में एक अमिट छाप छोड़ी। उनकी दूरदर्शिता और जनता के प्रति समर्पण ने उन्हें मेघालय के दिग्गज नेताओं में शामिल कर दिया।

 

उनके निधन के बाद पूरे मेघालय में शोक की लहर है। अस्पताल और उनके नोंगपोह स्थित घर पर लोग, नेता और आम जनता उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं। डी.डी. लापांग (DD Lapang) का अंतिम संस्कार सोमवार को राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनकी यादें और योगदान मेघालय की राजनीति और समाजसेवा में हमेशा जीवित रहेंगे।

 

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