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भारत बना भरोसेमंद हथियार सप्लायर, रूस की बढ़ेगी टेंशन?

भारत बना भरोसेमंद हथियार सप्लायर, रूस की बढ़ेगी टेंशन?

क्या भारत अब सिर्फ तकनीक नहीं, हथियार भी बेचने वाला देश बन गया है?

India and Russia: भारत की छवि अब तेजी से बदल रही है। एक समय था जब भारत को सिर्फ सॉफ्टवेयर, मोबाइल, दवाइयों और तकनीकी सेवा देने वाला देश माना जाता था। India and Russia लेकिन अब भारत दुनिया के सामने एक नया चेहरा लेकर आ रहा है — ऐसा चेहरा जो न सिर्फ हथियार बना रहा है, बल्कि उन्हें विदेशों में बेच भी रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने फैसला लिया है कि भारत अब हथियारों का भरोसेमंद और सस्ता निर्यातक (trusted and affordable defence exporter) बनेगा। सरकार ने उन देशों को टारगेट किया है जो पहले Russia से हथियार खरीदते थे लेकिन अब या तो उन्हें महंगे दाम चुकाने पड़ रहे हैं या फिर समय पर डिलीवरी नहीं मिल रही। भारत अब उस खाली जगह को भरने की तैयारी में है।

भारत बना भरोसेमंद हथियार सप्लायर, रूस की बढ़ेगी टेंशन?

EXIM बैंक और कम दाम वाले हथियारों की रणनीति

India and Russia, भारत की इस नई रणनीति में सबसे बड़ी बात है — सस्ते और भरोसेमंद हथियार। भारत अब सिर्फ छोटे हथियार ही नहीं, बल्कि मिसाइल, टैंक, हेलिकॉप्टर और आर्टिलरी शेल्स (missiles, tanks, helicopters, artillery shells) भी बना रहा है, वो भी बहुत कम कीमत पर। उदाहरण के लिए, भारत अब 155 mm के आर्टिलरी शेल्स सिर्फ 300–400 डॉलर में बना रहा है, जबकि यूरोप में यही गोला 3000 डॉलर में बिकता है। इतना ही नहीं, भारत की सरकारी EXIM Bank अब ऐसे देशों को सस्ता और लंबा लोन (defence financing) दे रही है जो सीधे हथियार खरीदने में असमर्थ हैं। इन लोन का इस्तेमाल केवल भारत से हथियार खरीदने में होता है, जिससे देश की रक्षा कंपनियों को भी फायदा हो रहा है। अब भारत सिर्फ हथियार नहीं बेच रहा, बल्कि देशों को आर्थिक रूप से सक्षम भी बना रहा है।

 

दुनिया के नए बाज़ारों की ओर भारत का झुकाव

भारत की नजर अब अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और दक्षिण पूर्व एशिया (Africa, South America, Southeast Asia) जैसे नए बाजारों पर है। इन क्षेत्रों में भारत ने अपने defence attachés तैनात करने शुरू कर दिए हैं, जिनका काम सिर्फ प्रचार नहीं, बल्कि सीधे सौदे करना और ज़रूरतें समझना है। भारत की प्राइवेट कंपनियाँ जैसे Adani Defence और SMPP अब विदेशी ऑर्डर्स पर काम कर रही हैं। भारत ने हाल ही में अर्मेनिया (Armenia) को भी हथियार बेचे हैं, जो पहले सिर्फ रूस पर निर्भर था, India and Russia अब उसका आधा से ज्यादा रक्षा आयात भारत से होता है। भारत न सिर्फ रक्षा के क्षेत्र में मज़बूत हो रहा है, बल्कि उसकी global image भी बदल रही है — एक ऐसे देश के रूप में जो भरोसेमंद, सक्षम और तेज़ है। 

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क्या अब भारत बन चुका है Russia और America का विकल्प?

भारत की ये नई पहल अब दुनिया को हैरान कर रही है। सरकार ने 2029 तक भारत का defence export 6 अरब डॉलर तक पहुँचाने का लक्ष्य रखा है। और अब ये नामुमकिन नहीं लगता, क्योंकि पिछले कुछ वर्षों में भारत के रक्षा निर्यात में 60% से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है, India and Russia भारत अब एक ऐसा देश बन चुका है जो कम दाम, बेहतर क्वालिटी, और स्ट्रॉन्ग डिप्लोमैसी के दम पर पूरी दुनिया में नाम कमा रहा है। लेकिन सवाल ये भी है — क्या ये बदलाव रूस और अमेरिका के लिए खतरे की घंटी है? क्या भारत को इस नई रणनीति की कोई राजनीतिक कीमत चुकानी पड़ेगी? और क्या आने वाले समय में भारत एक स्थायी defence supplier बन पाएगा? जवाब धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं, लेकिन एक बात तय है — भारत ने अब वो रास्ता पकड़ लिया है जहाँ से वापसी नहीं, बल्कि सिर्फ आगे बढ़ना है।

 

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