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सावन का पहला सोमवार: शिव मंदिरों में उमड़ी भारी भीड़, हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजे धाम

सावन का पहला सोमवार: शिव मंदिरों में उमड़ी भारी भीड़, हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजे धाम"

14 जुलाई सावन का पहला सोमवार है। आज पूरे धूम-धाम से हर शिव मंदिर में पूरे विधि विधान के साथ पूजा-आराधना की जा रही है। ऐसे में सुबह से ही कांवड़िये मंदिरो में उमड़ पड़े हैं और बम बम भोले के नारों के साथ शिवलिंग का जलाभिषेक कर रहे हैं। हिंदू धर्म में सावन का महीना बहुत खास माना जाता है, और सावन में आने वाले सोमवार खासतौर पर बहुत महत्तवपूर्ण होते है। मान्यता है कि सावन के सभी सोमवार का व्रत रखने से दिल की सभी इच्छाएं पूरी होती है और कहा जाता है कि सावन का महीना शिव भगवान को बहुत प्रिय है।

 

सावन (Sawan) का सोमवार एक ऐसा पावन दिन है जो ना केवल पूजा-पाठ तक सीमित है बल्कि भारत के इतिहास,संस्कृति, प्रकृति और एक-एक जन के मन की गहराई से जुड़ा हुआ है। आज के दिन हर शिव मंदिर में भक्तजनों की भारी भीड़ होती है। धूप, पुष्प और भजनों से कारण मंदिर प्रांगण सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है। भारी भीड़ को देखते हुए राज्य और स्थानीय प्रशासन ने पुलिस बलों के साथ मिलकर भीड़ को काबू रखने के लिए जगह-जगह व्यापक व्यवस्था की है। साथ ही कांवड़ यात्रा के लिए अलग विशेष मार्ग बनाए गए हैं।

 

सावन के सोमवार में भक्तों की सुरक्षा के लिए ड्रोन निगरानी और सुरक्षा बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। उज्‍जैन के महाकाल मंदिर और गुवाहाटी के शुक्रेश्वर मंदिर से लेकर मुंबई के प्राचीन बाबुलनाथ मंदिर और काशी विश्वनाथ मंदिर तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। यह दिन भगवान शिव की आराधना को समर्पित किया जाता है। आइए जानते है ,सावन के पहले सोमवार में देशभर के मंदिरों का हाल-

 

सावन के पहले सोमवार में उज्‍जैन के महाकाल मंदिर में भक्तों को महाकाल महालोक के नंदी द्वार से मंदिर में प्रवेश कराया जा रहा है, यहां से श्रद्धालु मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर से महाकाल टनल के रास्ते मंदिर परिसर से होते हुए कार्तिकेय व गणेश मंडपम से भगवान महाकाल के दर्शन कर रहे हैं।
दर्शन के बाद श्रद्धालु निर्माल्य द्वार और नए आपातकालीन द्वार से बाहर निकलते हैं। जल चढ़ाने की व्यवस्था सभामंडप और कार्तिकेय मंडपम में रखे जलपात्रों में की गई है। जल्दी दर्शन वालों को गेट नंबर 1 से ही प्रवेश मिलता है।

 

सावन के पहले सोमवार में राजस्थान के जयपुर में चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर में सुबह 3 बजे भगवान भोलेनाथ का 151 किलो गाय के घी से अभिषेक किया गया है। महंत शक्ति व्यास ने बताया- 3100 किलो आम से मंदिर की सजावट की गई है।

 

सावन के महीने के पहले सोमवार में गुवाहाटी स्थित शुक्रेश्वर मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। भक्तों ने भक्ति भाव से भगवान शिव का जलाभिषेक किया और शुभकामनाएं मांगी। शिवभक्ति में लीन भक्तों ने अपने हर-हर महादेव के जयकारों से मंदिर परिसर ऊर्जा से भर जाता है।

 

उत्तर प्रदेश वाराणसी में सावन के पहले सोमवार में काशी विश्वनाथ मंदिर में सुबह 4 बजे मंगला आरती हुई। रात से ही दर्शन जारी हैं। मंदिर के बाहर कांवड़ियों की 3 KM लंबी लाइन है। बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक के लिए केवल 1 सेकेंड का समय मिल रहा है।

 

मध्य प्रदेश के ग्‍वालियर में सावन के महीने के पहले सोमवार को अचलेश्वर मंदिर में भक्तों की बड़ी संख्या भोलेनाथ की एक झलक देखने पहुंचे है। अचलेश्वर मंदिर में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक लिया जा रहा है।


मुंबई में सावन माह के पहले सोमवार को बाबुलनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी है और शिव भक्तों में बहुत उत्साह दिख रहा है।

 

ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें: The India Moves

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