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महाराष्ट्र के सांसदों ने किया क्रॉस वोटिंग? शिंदे गुट का खुलासा

महाराष्ट्र के सांसदों ने किया क्रॉस वोटिंग? शिंदे गुट का खुलासा

महाराष्ट्र सांसद क्रॉस वोटिंग: उपराष्ट्रपति चुनाव में बड़ा उलटफेर

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 में विपक्षी इंडिया गठबंधन को बड़ा झटका लगा, जब कई सांसदों ने अपनी अलग राय दिखाई और एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को समर्थन दिया। इस चुनाव में महाराष्ट्र के सांसदों की भूमिका पर खास ध्यान गया, क्योंकि शिंदे गुट ने दावा किया कि मतदान के समय उद्धव ठाकरे गुट के पांच सांसद हमारे संपर्क में थे और उन्होंने एनडीए को वोट दिया। इस घटना ने विपक्षी रणनीति पर सवाल खड़ा कर दिया और यह साफ कर दिया कि उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 में हर वोट की अहमियत कितनी है।

 

क्रॉस वोटिंग महाराष्ट्र में कैसे हुई

शिवसेना के नेता संजय निरुपम ने कहा कि सुबह से विपक्षी नेताओं ने दावा किया था कि एनडीए के वोट बिखर जाएंगे, लेकिन परिणाम के बाद एनडीए को उनके संख्याबल से ज्यादा मतदान मिले। उन्होंने बताया कि विपक्ष के पास कुल 324 वोट थे, लेकिन उन्हें सिर्फ 300 वोट ही प्राप्त हुए। इसका मतलब यह हुआ कि कुछ सांसदों ने क्रॉस वोटिंग महाराष्ट्र में की या फिर अपने वोट को रद्द कर दिया। संजय निरुपम ने कहा कि शरद पवार गुट के सांसदों ने भी कुछ वोट एनडीए को दिए। इस तरह महाराष्ट्र सांसद क्रॉस वोटिंग की वजह से विपक्षी गठबंधन को बड़ा झटका लगा।

 

सांसदों की क्रॉस वोटिंग और परिणाम

उपराष्ट्रपति चुनाव के रिजल्ट में एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन को कुल 452 वोट मिले, जबकि विपक्षी प्रत्याशी बी. सुदर्शन रेड्डी को 300 वोट ही प्राप्त हुए। कुल 781 सदस्यों में से 767 ने मतदान किया, जिसमें 15 वोट अवैध करार दिए गए। बीजेपी के सांसद संजय जायसवाल ने बताया कि करीब 40 विपक्षी सांसदों ने अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनी और एनडीए उम्मीदवार को समर्थन दिया। इस तरह सांसदों की क्रॉस वोटिंग ने उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 के परिणाम को निर्णायक रूप से प्रभावित किया।

 

राजनीतिक हलचल और विपक्ष का रिएक्शन

संजय राउत ने दावा किया कि सत्तापक्ष को अपने सभी 315 वोट मिले और केवल 15 वोट रिजेक्ट हुए। इसके पीछे विपक्षी गठबंधन के अंदर भी मतभेद और रणनीतिक असहमति सामने आई। उपराष्ट्रपति चुनाव में महाराष्ट्र सांसद क्रॉस वोटिंग और अन्य राज्यों के सांसदों की भूमिका ने यह दिखा दिया कि राजनीति में रणनीति और व्यक्तिगत निर्णय का असर कितना महत्वपूर्ण होता है।

 

उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 की सीख

इस चुनाव ने साफ कर दिया कि क्रॉस वोटिंग महाराष्ट्र में और पूरे देश में राजनीतिक परिणामों को पूरी तरह बदल सकती है। विपक्षी इंडिया गठबंधन के लिए यह बड़ा झटका है और एनडीए को जीत सुनिश्चित करने में मदद मिली। सांसदों की क्रॉस वोटिंग ने उपराष्ट्रपति चुनाव 2025 में न केवल परिणाम बदल दिए, बल्कि राजनीतिक समीकरणों को भी नया आकार दिया। यह घटना भविष्य में भारतीय राजनीति में गठबंधन और रणनीति की महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर करती है।

 


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