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Delhi NCR : आगामी वर्षों के कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ

Delhi NCR : आगामी वर्षों के कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ

Delhi NCR : दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में आगामी वर्षों में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ पूरी होने जा रही हैं, जो क्षेत्र की यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने और निवासियों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँगी। इनमें से पाँच प्रमुख परियोजनाएँ 2025 तक पूरी होने की उम्मीद है, जो क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी।

 

 

Delhi NCR : आगामी वर्षों के कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ

 

बारापूला फेज-तीन परियोजना

Barapullah Phase-3 Project : यह परियोजना यमुना पार क्षेत्र को दक्षिणी दिल्ली से जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण है। 2014 में शुरू हुई इस परियोजना का उद्देश्य मयूर विहार, नोएडा, और गाज़ियाबाद के यात्रियों को बिना सिग्नल के आईएनए तक पहुँच प्रदान करना है। हालांकि, विभिन्न अड़चनों के कारण यह परियोजना समय पर पूरी नहीं हो सकी, लेकिन अब तक इसका 70% से अधिक कार्य संपन्न हो चुका है। 2025 तक इसके पूर्ण होने की उम्मीद है, जिससे यमुना पार और दक्षिणी दिल्ली के बीच यात्रा समय में कमी आएगी और ट्रैफिक दबाव में भी राहत मिलेगी।

 


दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंक

Delhi-Mumbai Expressway Link : यह एक्सप्रेसवे डीएनडी फ्लाईओवर से शुरू होकर कालिंदी कुंज और फरीदाबाद होते हुए सोहना में केएमपी एक्सप्रेसवे से जुड़ता है। 59 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे का निर्माण तीन चरणों में हो रहा है। फरीदाबाद सेक्टर-65 से सोहना तक का 26 किलोमीटर हिस्सा पहले ही चालू हो चुका है, जबकि डीएनडी से मीठापुर तक के नौ किलोमीटर हिस्से का निर्माण कार्य जारी है, जिसे जून 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य है। इस परियोजना के पूरा होने से दक्षिणी दिल्ली में यातायात सुगम होगा और दिल्ली-मुंबई के बीच यात्रा समय में कमी आएगी।

 


गगन सिनेमा फ्लाईओवर

Gagan Cinema Flyover : पूर्वी दिल्ली के नंद नगरी और गगन सिनेमा क्षेत्र में बन रहा यह फ्लाईओवर घनी आबादी वाले इस क्षेत्र में ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करेगा। यह इलाका पूर्वी दिल्ली को गाज़ियाबाद से जोड़ता है और यहाँ अक्सर भारी ट्रैफिक जाम की समस्या रहती है। फ्लाईओवर का निर्माण 95% पूरा हो चुका है, लेकिन कुछ पेड़ों को हटाने की अनुमति न मिलने के कारण काम रुका हुआ है। संभावना है कि अगले साल विधानसभा चुनावों के बाद इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इस फ्लाईओवर से घौंडा, मुस्तफाबाद, गोकलपुर, और करावल नगर जैसी कॉलोनियों को सीधा फायदा होगा। इसके अलावा गाज़ियाबाद से सिग्नेचर ब्रिज जाने वाले यात्री भी तेजी से अपनी यात्रा पूरी कर पाएंगे।

 

शहरी विस्तार सड़क (यूईआर)-2

Urban Extension Road (UER)-2 : दिल्ली की तीसरी रिंग रोड के रूप में जानी जाने वाली यह सड़क बाहरी, पश्चिमी, और दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली को हरियाणा के सीमावर्ती शहरों से जोड़ेगी। 75 किलोमीटर लंबी इस सड़क का निर्माण कार्य पाँच चरणों में हो रहा है, जिसमें से चार चरणों का 90% काम पूरा हो चुका है। एक चरण में अभी धीमी प्रगति हो रही है, लेकिन इसके अगले साल पूरा होने की उम्मीद है। इस सड़क के बन जाने से अलीपुर से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक का सफर मात्र 20 मिनट में तय किया जा सकेगा, जिससे यात्रियों को समय की बचत होगी और ट्रैफिक जाम में कमी आएगी।

 

सुल्तानपुरी रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी)

Sultanpuri Railway Overbridge (ROB): सुल्तानपुरी-नांगलोई रोड पर बन रहा यह रेलवे ओवरब्रिज क्षेत्र के यातायात में बड़ा बदलाव लाएगा। इसका निर्माण कार्य 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। इस आरओबी के बन जाने से सुल्तानपुरी, नांगलोई, किराड़ी, मंगोलपुरी, और रोहिणी जैसे इलाकों से रोहतक रोड तक पहुंचने में आसानी होगी। यह प्रोजेक्ट बड़े वाहनों और स्थानीय ट्रैफिक दोनों के लिए सुविधाजनक रहेगा, जिससे जाम से राहत मिलने के साथ-साथ स्थानीय निवासियों के समय की बचत होगी।

 

इन परियोजनाओं के अलावा, दिल्ली-एनसीआर में एक नए शहर 'न्यू नोएडा' के विकास की भी योजना है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस नए शहर को 'दादरी नोएडा गाज़ियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन' (DNGIR) के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है। यह शहर चार चरणों में विकसित होगा, जिसमें 40% भूमि उद्योगों के लिए, 13% आवासीय परियोजनाओं के लिए, और 18% हरित और मनोरंजक क्षेत्रों के लिए निर्धारित की गई है। इस परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और 2027 तक पहले चरण के पूरा होने की उम्मीद है। इससे क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

इसके साथ ही, दिल्ली-एनसीआर में इस फेस्टिवल सीजन में 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के हाउसिंग प्रोजेक्ट्स शुरू होने की संभावना है। डीएलएफ, सिग्नेचर ग्लोबल, टीएआरसी, और मैक्स एस्टेट्स जैसे डेवलपर्स ने गुरुग्राम में बड़े पैमाने पर प्रोजेक्ट्स की योजना बनाई है। इसके अलावा, एम3एम, स्मार्टवर्ल्ड, ट्राइडेंट ग्रुप, सेंट्रल पार्क, पारस, काउंटी ग्रुप, गौर ग्रुप, बीपीटीपी, और अडानी रियल्टी जैसे डेवलपर्स भी नोएडा और गुरुग्राम में नए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स शुरू करने की प्रक्रिया में हैं। इन परियोजनाओं के माध्यम से क्षेत्र में आवासीय सुविधाओं में वृद्धि होगी और रियल एस्टेट सेक्टर को मजबूती मिलेगी।

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