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  • Saturday 26 July 2025 15:11:16
Banke Bihariji 3 December Darshan : बांके बिहारी जी के आज के दर्शन, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि

Banke Bihariji 3 December Darshan : बांके बिहारी जी के आज के दर्शन, मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि

Banke Bihariji 3 December Darshan : बांके बिहारी जी के आज के दर्शन। आज 3 दिसंबर 2024 मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि है। इस दिन दिसंबर माह का मंगलवार पड़ रहा है। सनातन धर्म में मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही जीवन के संकट को दूर करने के लिए व्रत भी किया जाता है।

 

3 दिसंबर 2024 का पंचांग

सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 58 मिनट पर
सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 24 मिनट पर
चंद्रोदय- सुबह 08 बजकर 55 मिनट पर
चंद्रास्त- शाम 07 बजकर 01 मिनट पर
वार - मंगलवार
ऋतु - हेमंत

 

शुभ समय (Shubh Muhurat)

ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 05 बजकर 10 मिनट से 06 बजकर 04 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 55 मिनट से 02 बजकर 37 मिनट तक
गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 21 मिनट से 05 बजकर 48 मिनट तक

 

अशुभ समय

राहुकाल - दोपहर 02 बजकर 47 मिनट से 02 बजकर 06 मिनट तक
गुलिक काल - दोपहर 12 बजकर 11 मिनट से 01 बजकर 29 मिनट तक

 

दिशा शूल - उत्तर

 

नक्षत्र के लिए उत्तम ताराबल -

अश्विनी, भरणी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती

 

राशि के लिए उत्तम चन्द्रबलम -

मिथुन, कर्क, तुला, धनु, कुम्भ, मीन

 

मंगलवार के दिन करें इन मंत्रों का जप

1.ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय अक्षिशूलपक्षशूल शिरोऽभ्यन्तर
शूलपित्तशूलब्रह्मराक्षसशूलपिशाचकुलच्छेदनं निवारय निवारय स्वाहा।

2.ओम नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय
सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

3.ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहरणाय
सर्वरोगहराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।

 

क्यों खास है बांके बिहारी मंदिर?

बांके बिहारी मंदिर, वृंदावन में स्थित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है, जो भगवान श्री कृष्ण के एक विशेष स्वरूप को समर्पित है। 1864 में स्थापित, यह मंदिर अपनी अद्वितीय मूर्ति और भक्ति के वातावरण के लिए जाना जाता है। भक्तों के लिए यहां आने का अनुभव दिव्य होता है, जहां कीर्तन, भजन और विशेष पूजा विधियां उन्हें आध्यात्मिक शांति और ऊर्जा प्रदान करती हैं। इस मंदिर का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी है, जो कृष्ण भक्ति की गहराई को दर्शाता है, और यह स्थान हर साल हजारों भक्तों को आकर्षित करता है।

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