
Ganesh Chaturthi 2025: गणेश जी की स्थापना कब? जानें पूजा विधि और शुभ समय
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Anjali
- August 18, 2025
गणेश उत्सव 2025: स्थापना से विसर्जन तक सबकुछ जानें
Ganesh Chaturthi 2025 का पर्व इस साल भी पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को यह पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्त शुभ समय देखकर गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना करते हैं और 10 दिनों तक भक्ति और उल्लास के साथ उनकी पूजा करते हैं। इस लेख में हम आपको Ganesh Chaturthi 2025 तारीख, गणेश जी स्थापना मुहूर्त, पूजा विधि और इसके महत्व से जुड़ी खास बातें बता रहे हैं।
Ganesh Chaturthi 2025 तारीख और महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार Ganesh Chaturthi 2025 इस बार 27 अगस्त 2025 को मनाई जाएगी। चतुर्थी तिथि की शुरुआत 26 अगस्त को दोपहर 01:54 बजे से होगी और इसका समापन 27 अगस्त को दोपहर 03:44 बजे पर होगा। उदयातिथि के अनुसार पर्व 27 अगस्त को ही मनाया जाएगा। इस दिन गणपति बप्पा का आगमन होगा और 10 दिनों तक भक्ति भाव से गणेश उत्सव 2025 मनाया जाएगा। महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में यह पर्व विशेष धूमधाम से होता है।

गणेश जी स्थापना मुहूर्त 2025
भगवान गणेश की प्रतिमा स्थापना का सबसे शुभ समय मध्याह्न काल माना जाता है। मान्यता है कि इसी समय गणेश जी का जन्म हुआ था। इस वर्ष गणेश जी स्थापना मुहूर्त 27 अगस्त 2025 को सुबह 11:05 बजे से दोपहर 01:40 बजे तक रहेगा। इसी अवधि में प्रतिमा स्थापना और पूजा करना सबसे फलदायी माना जाता है। भक्त इस शुभ समय में गणेश जी को घर लाकर पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा-अर्चना करते हैं।
गणेश चतुर्थी पूजा विधि (Ganesh Chaturthi 2025)
- गणेश चतुर्थी पूजा विधि के अनुसार सबसे पहले घर के पूजा स्थल को साफ-सुथरा करें और फूलों, रंगोली व दीपक से सजाएँ।
- शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश की प्रतिमा को लाल या पीले वस्त्र बिछाकर वेदी पर स्थापित करें।
- पूजा शुरू करने से पहले संकल्प लें और ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करें।
- गणेश जी की प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराएँ और फिर नए वस्त्र पहनाएँ।
- उन्हें मोदक, लड्डू, दूर्वा घास और लाल फूल अर्पित करें।
- अंत में पूरे परिवार के साथ आरती करें और गणेश वंदना गाएँ।
इस तरह Ganesh Chaturthi शुभ समय 2025 पर की गई पूजा से बप्पा प्रसन्न होकर अपने भक्तों की मनोकामनाएँ पूरी करते हैं।

क्यों मनाया जाता है 10 दिन का गणेश उत्सव?
Ganesh Chaturthi 2025 सिर्फ एक दिन का पर्व नहीं है बल्कि 10 दिनों तक चलने वाला उत्सव है। इसका समापन अनंत चतुर्दशी के दिन होता है। शास्त्रों के अनुसार गणेश चतुर्थी से लेकर चतुर्दशी तक गणेश जी अपने भक्तों के बीच विराजमान रहते हैं। वहीं इतिहास बताता है कि लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने स्वतंत्रता संग्राम के समय लोगों को एकजुट करने के लिए सार्वजनिक गणेश उत्सव 2025 की शुरुआत की, जिसे 10 दिनों तक मनाने की परंपरा शुरू हुई।
गणेश चतुर्थी 2025 का सांस्कृतिक महत्व
Ganesh Chaturthi 2025 का पर्व सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी बेहद खास है। इन 10 दिनों में जगह-जगह पंडाल सजाए जाते हैं, भक्ति गीत गाए जाते हैं और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। यह पर्व भक्ति, उत्साह और एकता का प्रतीक है। Ganesh Chaturthi 2025 तारीख को लेकर पूरे भारत में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं और भक्त बप्पा के स्वागत के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

अनंत चतुर्दशी और विसर्जन
गणेश उत्सव 2025 का समापन 6 सितंबर 2025 को अनंत चतुर्दशी के दिन होगा। इस दिन भक्त “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” के जयकारों के साथ बप्पा को विदाई देते हैं। विसर्जन के दौरान भक्तों की आँखें नम होती हैं, लेकिन विश्वास रहता है कि बप्पा अगले साल फिर आकर खुशियाँ और समृद्धि लेकर आएंगे।
ऐसी ही जानकारी के लिए विजिट करें- The India Moves
Frequently Asked Questions
Q1. Ganesh Chaturthi 2025 कब है?
Ans. इस वर्ष Ganesh Chaturthi 2025 तारीख 27 अगस्त 2025 है।
Q2. गणेश जी की स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है?
Ans. गणेश जी स्थापना मुहूर्त 27 अगस्त को सुबह 11:05 बजे से दोपहर 01:40 बजे तक रहेगा।
Q3. गणेश चतुर्थी पर पूजा करने की सही विधि क्या है?
Ans. गणेश चतुर्थी पूजा विधि में गणेश प्रतिमा की स्थापना, पंचामृत स्नान, वस्त्र धारण, मोदक अर्पण और आरती करना शामिल है।
Q4. गणेश चतुर्थी में विशेष प्रसाद क्या होता है?
Ans. गणेश जी का प्रिय प्रसाद मोदक और लड्डू होता है, जिसे भक्त विशेष रूप से बनाकर अर्पित करते हैं।
Q5. Ganesh Chaturthi के दिन व्रत रखने का महत्व क्या है?
Ans. इस दिन व्रत रखने से बुद्धि, ज्ञान और समृद्धि की प्राप्ति होती है और सभी बाधाएँ दूर होती हैं।
Q6. गणेश जी की स्थापना में किन चीज़ों का प्रयोग करना चाहिए?
Ans. दूर्वा घास, लाल फूल, मोदक, लड्डू, सिंदूर और धूप-दीप का प्रयोग आवश्यक है।
Q7. गणेश चतुर्थी के दिन कौन-कौन से रंग और फूल इस्तेमाल किए जाते हैं?
Ans. इस दिन लाल और पीले रंग शुभ माने जाते हैं और गणेश जी को लाल फूल अर्पित किए जाते हैं।
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