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हर घंटे 2 मुंबईकर डेंगू के कारण तोड़ रहे दम , चिकनगुनिया, मलेरिया के मामलों में भारी वृद्धि, 50-60 फीसदी मरीजों को कराया भर्ती

हर घंटे 2 मुंबईकर डेंगू के कारण तोड़ रहे दम , चिकनगुनिया, मलेरिया के मामलों में भारी वृद्धि, 50-60 फीसदी मरीजों को कराया भर्ती

 

मानसून के बाद मच्छर जनित बीमारियों का प्रकोप बढ़ने की संभावना है। बारिश के मौसम में पानी जमा होने से मच्छरों की प्रजनन दर बढ़ जाती है, जिससे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया जैसी बीमारियाँ फैलने लगती हैं। मुंबईकर मच्छर जनित बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं। सितंबर में महानगर में हर घंटे औसतन 2 लोगों की मौत डेंगू से हो रही है। एक दिन में औसतन 43 मलेरिया के मरीज भी पाए गए हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, उनके पास काफी मामले आ रहे हैं। इनमें से लगभग 50 फीसदी लोगों को ऐडमिट किया जा रहा है। BMC स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, सितंबर के पहले 15 दिनों में सबसे अधिक 705 लोग डेंगू से ग्रसित पाए गए हैं। वहीं 652 लोगों में मलेरिया से संक्रमित हुए हैं।


चिकनगुनिया के बढ़ते मामले
मुंबई के डॉक्टर यह भी बता रहे हैं कि डेंगू और चिकनगुनिया वायरल बुखार के मरीज़ विशेष रूप से तेज़ बुखार, उल्टी और गंभीर शरीर दर्द से पीड़ित हैं। लीलावती अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन एक्सपर्ट्स डॉ. सीसी नायर ने बताया कि हमारे अस्पताल में डेंगी और चिकनगुनिया के काफी मामले मॉनसून के दरम्यान देखने को मिले हैं। चिकनगुनिया के मामलों में प्लेटलेट्स काउंट के अचानक कम होने के कारण कई मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। यह स्थिति चिंता का विषय है, क्योंकि निम्न प्लेटलेट्स स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकते हैं। अस्पताल में 6 से 7 दिन में वह रिकवर हो जाते हैं। बता दें कि पिछले 15 दिनों में मुंबई में चिकनगुनिया के भी 78 मामले मिले हैं।


चिकनगुनिया के मामलों में वृद्धि
हाल के दिनों में चिकनगुनिया के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है। इस दौरान कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल की कंसल्टेंट संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. शाल्मली इनामदार ने बताया कि हमारे पास चिकनगुनिया और डेंगू के मामले आ रहे हैं। बीमारी का प्रभाव कुछ मरीजों की हार्ट मसल पर भी पड़ता है, जिसके चलते उन्हें काफी दिक्कतें होती हैं। OPD में आनेवाले लगभग 30 फीसदी मरीजों को ऐडमिशन की जरूरत पड़ी, जिसमें से 10 फीसदी लोगों को ICU में ऐडमिट करना पड़ता है।

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