Dark Mode
  • day 00 month 0000
Canada News : कनाडा ने की विदेशी छात्रों की फास्ट ट्रैक स्कीम बंद, जानें भारतीय छात्रों पर क्या पड़ेगा असर

Canada News : कनाडा ने की विदेशी छात्रों की फास्ट ट्रैक स्कीम बंद, जानें भारतीय छात्रों पर क्या पड़ेगा असर

Canada visa :   कनाडा ने 8 नवंबर 2024 से अपने स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (SDS) सिस्टम को अचानक बंद कर दिया है। वहीं इस फैसले के बाद फास्ट-ट्रैक स्टडी परमिट वीजा प्रक्रिया अब समाप्त हो गई है। जिसके तहत हजारों अंतरराष्ट्रीय छात्रों को जल्दी वीजा प्राप्त करने में मदद मिलती थी। हालांकि इस प्रक्रिया में कुछ शर्तें पूरी करनी पड़ती थीं, लेकिन फिर भी छात्रों को अपेक्षाकृत कम समय में वीजा मिल जाता था।

 

विदेशी छात्रों की SDS सिस्टम बंद
कनाडा ने अपने लोकप्रिय स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (SDS) प्रोग्राम को तुरंत प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया है। जो विदेशी छात्रों के लिए वीजा आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाता था। इस फैसले को लेकर कनाडा सरकार ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि- यह कदम "कार्यक्रम की अखंडता को बनाए रखने, छात्र की सुरक्षा को सुनिश्चित करने और सभी छात्रों को आवेदन प्रक्रिया में समान और निष्पक्ष अवसर देने" के लिए उठाया गया है। साथ ही एक सकारात्मक शैक्षणिक माहौल बन सके । वहीं अब SDS प्रोग्राम के बंद होने के बाद, सभी स्टडी परमिट आवेदन सामान्य प्रक्रिया के तहत ही स्वीकार किए जाएंगे। इसका मतलब है कि छात्रों को वीजा प्राप्त करने के लिए पहले की तुलना में अधिक विस्तृत और पारंपरिक प्रक्रिया का पालन करना होगा।

 

स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम प्रोग्राम से आप क्या समझते हो ?

स्टूडेंट डायरेक्ट स्ट्रीम (SDS) प्रोग्राम को 2018 में इमिग्रेशन, रिफ्यूजी और सिटिजनशिप कनाडा (IRCC) द्वारा शुरू किया गया था। जिसका मुख्य उद्देश्य उन छात्रों के लिए वीजा आवेदन प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक और तेज़ बनाना था, जो विशिष्ट देशों से आते थे। इस प्रोग्राम का लाभ 14 देशों के छात्रों को मिलता है। जिनमें चीन, भारत, ब्राजील, कोलंबिया, कोस्टा रिका, मोरक्को, पाकिस्तान, पेरू, वियतनाम और फिलीपींस जैसे देश शामिल थे। SDS के तहत आवेदन करने वाले छात्रों को कुछ विशेष शर्तें पूरी करनी होती थीं, जैसे कि उनके पास एक मान्यता प्राप्त कनाडाई संस्थान से प्रवेश पत्र (Acceptance Letter) होना, और वे आवश्यक भाषा दक्षता (जैसे इंग्लिश या फ्रेंच) और वित्तीय शर्तों को पूरा करते हों। इस प्रक्रिया के तहत वीजा आवेदन की स्वीकृति दर 95% थी, और वीजा प्रोसेसिंग का समय सिर्फ चार सप्ताह था। जो सामान्य स्टडी परमिट आवेदन की तुलना में आधा था।

 

भारत के छात्रों पर पड़ेगा असर
कनाडा सरकार के इस फैसले का असर केवल भारतीय छात्रों पर ही नहीं बल्कि अन्य देशों के छात्रों पर भी पड़ेगा। भारतीय छात्रों की बड़ी संख्या कनाडा में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए जाते है। आपको बता दें कि भारतीय सरकार ने अगस्त में आंकड़ों की रिपोर्ट जारी की थी । जिसके अनुसार कुल 13.35 लाख भारतीय छात्र विदेशों में पढ़ाई कर रहे हैं, जिनमें से करीब 4.27 लाख छात्र कनाडा में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। इस रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि- 2013 से 2022 के बीच कनाडा में अध्ययन करने के लिए जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में 260 प्रतिशत का इजाफा भी हुआ है।

 

 

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
5%
No
95%

Talk to us?