Dark Mode
  • day 00 month 0000
Trump vs Zelensky :  रूस-यूक्रेन युद्ध पर गहराया संकट

Trump vs Zelensky : रूस-यूक्रेन युद्ध पर गहराया संकट

हाल ही में व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच हुई तीखी बहस ने वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है। इस विवाद के बाद ट्रंप प्रशासन यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोकने पर विचार कर रहा है, जो जेलेंस्की के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।

 

व्हाइट हाउस में तीखी बहस

 

 

Trump vs Zelensky :  रूस-यूक्रेन युद्ध पर गहराया संकट

 

शुक्रवार को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच मुलाकात के दौरान तीखी बहस हुई। बैठक के बाद ट्रंप ने कहा, "राष्ट्रपति जेलेंस्की शांति के लिए तैयार नहीं हैं। उन्हें लगता है कि बातचीत हमें बड़ा फायदा देती है। मुझे फायदा नहीं चाहिए, मुझे शांति चाहिए।"

 

सैन्य सहायता रोकने की धमकी

इस बहस के बाद ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता रोकने पर विचार शुरू कर दिया है। यदि यह निर्णय लागू होता है, तो यूक्रेन को अरबों डॉलर के रडार, सैन्य वाहन, गोला-बारूद और मिसाइलें नहीं मिल पाएंगी। यह कदम रूस के साथ संघर्षरत यूक्रेन के लिए गंभीर परिणाम ला सकता है।

 

रूस की प्रतिक्रिया

इस घटनाक्रम पर रूस ने खुशी जाहिर की है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि यह किसी चमत्कार से कम नहीं कि ट्रंप और जेलेंस्की के बीच ऐसी बहस हुई। यह अमेरिका और यूक्रेन के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है, जो रूस के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।

 

जेलेंस्की के विकल्प

विशेषज्ञों के अनुसार, जेलेंस्की के पास अब सीमित विकल्प बचे हैं। एक विकल्प यह है कि वे कूटनीतिक प्रयासों से अमेरिका का समर्थन फिर से हासिल करने की कोशिश करें। दूसरा विकल्प यह हो सकता है कि वे अपने पद से इस्तीफा दें, जिससे नई सरकार अमेरिका के साथ बेहतर संबंध स्थापित कर सके। हालांकि, इस्तीफा देना यूक्रेन के लिए एक बड़ा झटका होगा और इससे रूस को भी फायदा मिल सकता है।

 

यूरोप की भूमिका

ट्रंप ने यह भी कहा कि यूरोप को यूक्रेन में शांति स्थापना के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि यूरोपीय देशों को संघर्ष विराम की निगरानी और रूस को रोकने के लिए हथियारों की आपूर्ति करनी चाहिए। ट्रंप ने कहा कि वे यूक्रेन को नाटो में शामिल करने के पक्ष में नहीं हैं, लेकिन एक मजबूत और सुसज्जित यूक्रेन का समर्थन करते हैं।

 

नाटो से अमेरिका की संभावित वापसी

ट्रंप ने यह भी संकेत दिया है कि यदि नाटो सदस्य देश अपनी वित्तीय प्रतिबद्धताओं को पूरा नहीं करते हैं, तो अमेरिका इस सैन्य गठबंधन से अपनी भागीदारी पर पुनर्विचार कर सकता है। यह बयान नाटो सहयोगियों और सुरक्षा विशेषज्ञों के बीच चिंता का विषय बन गया है।

 

चीन की भूमिका पर जोर

ट्रंप ने चीन से भी आग्रह किया है कि वह रूस पर दबाव डाले ताकि यूक्रेन युद्ध को समाप्त किया जा सके। उन्होंने सुझाव दिया कि चीन मध्यस्थता में सहायता कर सकता है और रूस को संघर्ष विराम के लिए प्रेरित कर सकता है।

डोनाल्ड ट्रंप और वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच हालिया विवाद ने यूक्रेन की सैन्य सहायता और वैश्विक राजनीति में नए सवाल खड़े कर दिए हैं। अमेरिका की संभावित सैन्य सहायता रोक और नाटो से संभावित वापसी जैसे मुद्दे यूरोप और यूक्रेन के लिए गंभीर चिंताओं का विषय हैं। आने वाले दिनों में इस विवाद का समाधान और इसके प्रभाव वैश्विक राजनीति पर गहरा असर डाल सकते हैं।

Comment / Reply From

You May Also Like

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
10%
No
90%

Talk to us?