Dark Mode
  • day 00 month 0000
भारत-पाकिस्तान सीजफायर या सिर्फ दिखावा?

भारत-पाकिस्तान सीजफायर या सिर्फ दिखावा?

भारत-पाकिस्तान सीजफायर पर दुनिया की नजर, लेकिन कुछ घंटों में ही पाकिस्तान ने तोड़ा समझौता! भारत-पाकिस्तान सीजफायर को लेकर शनिवार को बड़ा कदम उठाया गया जब दोनों देशों के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMOs) के बीच बातचीत के बाद एलओसी पर सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी. यह भारत-पाकिस्तान सीजफायर समझौता ऐसे समय हुआ है जब सीमा पर हालात काफी तनावपूर्ण थे. अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सबसे पहले इसका दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान सीजफायर पर सहमत हो गए हैं. इसके बाद ब्रिटेन, जर्मनी, सऊदी अरब और यूरोपीय यूनियन जैसे देशों ने इस कदम का स्वागत किया और कहा कि यह क्षेत्रीय शांति के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है. जर्मनी ने साफ कहा कि हाल के दिनों में दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर था, और अब यह भारत-पाकिस्तान सीजफायर हालात को सामान्य करने में मदद करेगा. यूरोपीय यूनियन के विदेश मामलों की प्रमुख काजा कैलास ने कहा कि यह एक जिम्मेदाराना और सराहनीय फैसला है. उन्होंने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार से इस मुद्दे पर बातचीत भी की है. ब्रिटेन के विदेश सचिव डेविड लैमी ने भी कहा कि यह सीजफायर सभी के हित में है और इससे तनाव में कमी आएगी. सऊदी अरब ने भी बयान जारी कर भारत-पाकिस्तान सीजफायर समझौते को समर्थन दिया और उम्मीद जताई कि दोनों देश शांति बनाए रखेंगे. लेकिन समझौते के कुछ ही घंटों के भीतर पाकिस्तान ने एलओसी पर फिर से गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे इस भारत-पाकिस्तान सीजफायर की मंशा पर सवाल खड़े हो गए हैं. भारतीय सेना ने इसका सख्त जवाब दिया और जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक ड्रोन हमलों की कोशिशों को विफल किया गया. भारत ने पाकिस्तान को इस युद्धविराम उल्लंघन के लिए जिम्मेदार ठहराया और कहा कि सेना किसी भी कार्यवाही के लिए स्वतंत्र है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या यह भारत-पाकिस्तान सीजफायर लंबे समय तक टिक पाएगा या फिर यह भी पहले की तरह कुछ ही दिनों का दिखावा साबित होगा? दुनिया देख रही है, लेकिन पाकिस्तान की हरकतें फिर उसी पुराने रास्ते की ओर इशारा कर रही हैं.

 

For more visit The India Moves

Comment / Reply From

Vote / Poll

क्या राजस्थान मे बेरोजगारी का मुद्दा खत्म हो चुका है ..

View Results
Yes
10%
No
90%

Talk to us?